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हिज़बुल्लाह पर हमले की सबसे बड़ी क़ीमत चुका रही है लेबनान की जनता, ग्राउंड रिपोर्ट में दिखे हालात!

इज़रायल अपने हमले बढ़ा रहा है और इस वजह से अस्पताल आने वालों की संख्या बढ़ रही है. सोमवार, 30 सितंबर को 60 से ज़्यादा लोगों की मौत और 100 से अधिक लोग घायल हुए हैं. डॉक्टर्स और स्वास्थ्यकर्मियों पर दबाव बढ़ा है. संसाधनों की भारी कमी है.

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इज़रायल की चेतावनी है कि बेरूत का हाल भी ग़ाज़ा जैसा हो सकता है. (फ़ोटो - रॉयटर्स)

इज़रायली सेना ने जब से हिज़्बुल्लाह के सरगना नसरल्लाह को मारा है, ग़ाज़ा में चल रही जंग और त्रासद हो गई है. दोनों तरफ़ से ऐक्शन बढ़ा है, और दुनिया की हर जंग की तरह इसमें पिस रहे हैं आम नागरिक. लेबनान के नागरिकों पर काफ़ी बुरा पड़ रहा है. देश का हेल्थ-केयर इनफ्ऱास्ट्रक्चर ध्वस्त हो गया है.

इंडिया टुडे से जुड़े अशरफ़ वानी की ग्राउंड रिपोर्ट के मुताबिक़, बेरूत के सबसे बड़े अस्पताल 'रफ़ीक़ हरीरी गवर्नमेंट यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल' में  युद्ध के घायलों का इलाज चल रहा है. अस्पताल के हालात बदतर हो रहे हैं. इज़रायल लगातार अपने हमले बढ़ा रहा है और इस वजह से अस्पताल आने वालों की संख्या बढ़ रही है. सोमवार, 30 सितंबर को 60 से ज़्यादा लोगों की मौत और 100 से अधिक लोग घायल हुए हैं. डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी पर दबाव बढ़ा है.  संसाधनों की भारी कमी है. दिन-ब-दिन इलाज करना मुश्किल होता जा रहा है.

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अस्पताल के निदेशक डॉ जिहाद सादेह ने इंडिया टुडे से बातचीत की. उन्होंने बताया कि इज़रायल के हमलों में हिज़बुल्लाह के केवल एक मेंबर को मारने में 100 से 150 नागरिकों की जानें जा रही हैं. औसतन 300 लोग घायल हो जा रहे हैं.

यह अब एक ऐसा युद्ध बन चुका है, जिसमें हथियारों का इस्तेमाल के साथ मानवीय त्रासदी का स्तर भी भयावह होता जा रहा है… हम इज़राय़ल के हमलों का सामना 1976 से कर रहे हैं. हमने कई बड़े युद्ध देखे हैं, मगर मौजूदा स्थिति बेहद भयावह है.

डॉ. सादेह ने जानकारी दी है कि अच्छी तरह से प्रशिक्षित होने के बावजूद मौजूदा संकट उनकी टीम के लिए चुनौती है. 

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इस ख़बर से जुड़ी एक अपडेट और. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से फ़ोन पर बात की है. प्रधानमंत्री ने ख़ुद इस बात की जानकारी दी. लिखा कि भारत शांति के लिए प्रतिबद्ध है और दुनिया में आतंकवाद के लिए कोई जगह नहीं है.

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पश्चिमी एशिया में चल रहे घटनाक्रम के बारे में PM बेंजामिन नेतन्याहू से चर्चा हुई. हमारी दुनिया में आतंकवाद के लिए कोई जगह नहीं है. क्षेत्र में तनाव को रोकने और सभी बंधकों की सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित करना ज़रूरी है. भारत शांति और स्थिरता की जल्द से जल्द बहाली की कोशिश का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है.

इज़रायली सेना के मुताबिक़, वो इस वक़्त चार मोर्चों पर सीधे युद्ध कर रहे हैं. हमास, ईरान, हिज़्बुल्लाह और यमन के हूती विद्रोहियों से. हर घंटे में लेबनान उत्तरी इज़रायल से लगभग 35 रॉकेट लॉन्च कर रहा है.

बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान की जनता के सामने ईरानी शासन की आलोचना की है. कहा कि ईरान के नेताओं की प्राथमिकता जनता नहीं, बल्कि लेबनान और ग़ाज़ा में चल रहे फालतू के युद्ध में पैसे बर्बाद करना है. 

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