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चीन की इस मस्जिद को गिराने के लिए सरकार ने पूरी ताकत लगा दी, ऐसा क्या हो रहा है इसमें?

हाल में एक बार फिर इस मस्जिद के गुंबद और मीनारें गिराने की कोशिश हुई जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है.

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चीन की नाजियिंग मस्जिद जिसे गिराने के विरोध में प्रदर्शन हुआ. (फोटो सोर्स- ANI और ट्विटर @metesohtaoglu)

चीन के यूनान प्रांत में पुलिस ने 13वीं सदी की एक मस्जिद (Mosque in China) का गुंबद और मीनारें गिराने की कोशिश की है. इस दौरान बड़ी तादाद में लोगों और पुलिस के बीच झड़प हुई. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. एक अदालत के आदेश के बाद चीनी प्रशासन काफी समय से इस इमारत की नई मीनारों और गुंबदों को गिराने की कोशिश कर रहा है. वहीं कुछ वक़्त से इस मस्जिद की इमारत का विस्तार किया जा रहा था. इसी बीच मस्जिद पर पुलिस की कार्रवाई हो गई.

पूरा मामला क्या है?

बीबीसी की एक खबर के मुताबिक, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो नाजियिंग मस्जिद का है. ये मस्जिद चीन के यूनान प्रांत के नागू कस्बे की है. इसे करीब 800 साल पुरानी बताया जाता है. स्थानीय प्रशासन इसके गुंबद को गिराना चाहता है जिसका कई लोग विरोध कर रहे हैं.

चीन आधिकारिक रूप से खुद को नास्तिक देश बताता है. हालांकि चीनी सरकार सभी धर्मों के पालन की आजादी देने का दावा करती है. लेकिन बीते कुछ सालों से यहां धार्मिक संगठनों और समुदायों के खिलाफ सरकारी और पुलिसिया सख्ती बढ़ने की कई रिपोर्ट्स आई हैं. 

चीन के दक्षिणी हिस्से में स्थित यूनान प्रांत में कई समुदायों के लोग रहते हैं. इनमें अच्छी खासी आबादी 'हुई' मुसलमानों की है. अकेले यूनान में हुई समुदाय के 7 लाख मुसलमान रहते हैं. पूरे चीन में इस समुदाय की आबादी एक करोड़ के आस-पास है. ये लोग चीनी संस्कृति में ढले हुए हैं. इन मुसलमानों के दूसरे समुदायों के साथ वैवाहिक रिश्ते भी रहे हैं.

चीन क्या चाहता है? 

यूनान प्रांत में नागू कस्बे की नाजियिंग मस्जिद, इन मुस्लिमों की एक बड़ी आबादी के लिए आस्था का केंद्र है. बीबीसी के मुताबिक बीते कुछ सालों से इसकी इमारत में नए निर्माण किए जा रहे थे. इसमें कुछ नई मीनारें भी जोड़ी गई हैं और एक नया गुंबद भी बनाया गया है. लेकिन साल 2020 में चीन की एक अदालत ने अपनी एक टिप्पणी में कहा कि मस्जिद में किए गए नए निर्माण अवैध हैं. इन्हें हटाने का आदेश भी जारी किया गया. 

साल 2021 में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने धर्मों के 'चीनीकरण' की बात कही थी. माने अलग-अलग समुदाय की धार्मिक आस्थाओं को चीनी संस्कृति और समाज के हिसाब से ढालना. नाजियिंग मस्जिद का नया गुंबद और मीनारें गिराने के कोर्ट के आदेश के बाद प्रशासन ने कई बार ऐसा करने की कोशिश भी की. लेकिन स्थानीय मुसलमानों के कड़े विरोध के चलते ऐसा किया नहीं जा सका.

बीते सप्ताह भी इसी तरह मस्जिद का हिस्सा गिराने का विरोध करते हुए प्रदर्शनकारियों की पुलिस से तीखी झड़प हुई. वायरल वीडियो में मस्जिद के गेट के बाहर पुलिस वालों को एक कतार में देखा जा सकता है. वहीं कुछ प्रदर्शनकारी पुलिस का घेरा तोड़कर मस्जिद के अंदर जाने की कोशिश कर रहे हैं. कुछ लोग पत्थरबाजी करते हुए भी देखे जा सकते हैं.

नागू इलाके की पुलिस ने घटना के बाद बयान जारी किया है. इसमें प्रदर्शनकारियों को 6 जून तक सरेंडर करने को कहा गया है. पुलिस ने कहा है कि जो लोग 6 जून तक सरेंडर करेंगे और अपना बयान दर्ज कराएंगे, उन्हें कम सजा मिलेगी. कई प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार भी किया गया है.

साल 2018 में भी चीनी सरकार एक मस्जिद गिराना चाहती थी. तब भी हुई मुसलमानों ने डटकर सरकार का विरोध किया था. इसके बाद सरकार ने मस्जिद गिराने से तो मना कर दिया था, लेकिन ये भी कहा था कि मस्जिद से अरबी शैली का वास्तु हटाया जाना चाहिए. इसी साल यूनान में सरकार ने तीन मस्जिदें बंद करवाते हुए कहा था कि इनमें अवैध शिक्षा दी जाती है. 

शिनजियांग प्रांत में भी चीन ने कई मस्जिदें गिरा दीं हैं. वहां इस्लामिक तौर तरीकों पर भी प्रतिबंध लगा हुआ है. इस प्रांत में वीगर मुसलमान रहते हैं. चीन पर इनके मानवाधिकारों के उल्लंघन के आरोप भी लगते रहे हैं. चीन ने हमेशा इससे इनकार किया है.