छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के राजनांदगांव (Rajnandgaon) में स्कूली बच्चों के लिए अपनी समस्याओं बताना ‘महंगा’ साबित हुआ. छात्रों ने अपने अभिभावकों के साथ मदद के लिए जिला मजिस्ट्रेट (DM) से संपर्क किया था. DM ने उन्हें दो दिनों के भीतर समाधान का वादा करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) के पास भेजा. हालांकि, जब वे DEO से मिले, तो मदद के बजाय, उन्हें कथित तौर पर जेल भेजने की धमकी दी गई. वीडियो देखें.