"मैं भारत के सभी गांववालों से कहता हूं कि वो ब्राह्मणों को अपने गावों में नहीं घुसने दें. मैं सभी समाज में बात करूंगा और उनसे भी बायकॉट करने को कहूंगा... अब वोट हमारा राज तुम्हारा नहीं चलेगा. ब्राह्मणों को गंगा से वोल्गा (रूस की एक नदी) भेज देंगे, क्योंकि वो विदेशी हैं. जिस तरह से अंग्रेज आए और चले गए, उसी तरह से ये ब्राह्मण या तो सुधर जाएं या फिर गंगा से वोल्गा जाने को तैयार रहें.इसे लेकर नंद कुमार बघेल के खिलाफ IPC की धारा 505 और 153ए के तहत FIR दर्ज की गई. उन पर समुदायों के बीच शत्रुता, घृणा और वैमनस्य की भावना पैदा करने और समाज में तनाव बढ़ाने का आरोप लगाया गया है. डीडीनगर थाना प्रभारी योगिता खापरडे ने बताया कि सर्व ब्राह्मण समाज सुंदरनगर से एक शिकायती पत्र मिला था कि नंद कुमार बघेल द्वारा ब्राह्मण समाज पर कुछ टीका टिप्पणी की गई है. इसे लेकर 4 सितंबर को मुकदमा दर्ज किया गया. सीएम भूपेश बघेल ने बताया था दुखद इसे लेकर छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने भी बयान दिया था और उसे दुखद बताया था. सीएम ने ये भी कहा था कि कोई ये न सोचे कि सीएम के पिता होने के कारण नंद कुमार बघेल के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी. सोशल मीडिया पर कही जा रही ऐसी बातों में सचाई नहीं है. उनका कहना था कि हमारी सरकार सभी को एक ही दृष्टि से देखती है. हमारे राजनीतिक विचार और मान्यताएं भी बिल्कुल अलग हैं. पिता से उनके शुरू से वैचारिक मतभेद रहे हैं, ये बात सभी को पता है. https://twitter.com/bhupeshbaghel/status/1434431252547846144 भूपेश बघेल ने 5 सितंबर को कहा था कि एक पुत्र के रूप में मैं उनका सम्मान करता हूं लेकिन एक सीएम के रूप में उनकी ऐसी किसी भी गलती को माफ नहीं किया जा सकता, जो सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ने वाली हो. कोई भी कानून से ऊपर नहीं है, फिर चाहे वो सीएम के 86 साल के पिता ही क्यों ना हों. पहले भी विवादों में रहे हैं नंद कुमार बघेल भूपेश बघेल और उनके पिता नंद कुमार बघेल के बीच संबंधों में तल्खी रही है. बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कई बार ऐसा हुआ कि जब भूपेश बघेल ने कोई बयान दिया, उसके बाद नंद कुमार बघेल ने मीडिया में विरोधी बयान दे दिया. कई बार तो सीएम को सफाई तक देनी पड़ी. 2018 में जब भूपेश बघेल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष थे, तब उन्होंने पिता नंद कुमार बघेल के खिलाफ सर्कुलर तक निकाल दिया था. इसमें कहा गया था कि नंद कुमार बघेल कांग्रेस के प्राथमिक सदस्य नहीं हैं और न ही उनको पार्टी की ओर से किसी गतिविधि के लिए अधिकृत किया गया है. ब्राह्मणों को लेकर भी नंद कुमार बघेल का अलग नजरिया रहा है. दैनिक भास्कर के मुताबिक, 2001 में उन्होंने 'ब्राह्मण कुमार रावण को मत मारो' शीर्षक से किताब लिखी थी. इसे मनु स्मृति, वाल्मिकीय रामायण, रामचरित मानस और पेरियार की सच्ची रामायण आदि के नए नजरिए से व्याख्या बताया था. इस पर खूब बवाल हुआ था. तब की छत्तीसगढ़ सरकार को इस पर बैन लगाना पड़ा था. 2018 के चुनाव में भी नंद कुमार बघेल ने कांग्रेस से राजस्थानी ब्राह्मणों को टिकट न देने की मांग की थी. बाद में पाटन के एक कार्यक्रम में उन्होंने ब्राह्मण, राजपूत और बनिया समाज के बारे में विवादित बातें कही थीं. उस पर भी विवाद हुआ था.ये है मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल ये कब माफी मांगेंगे? pic.twitter.com/I8Rpep9w8h
— JanChhattisgarh (@JanChhattisgarh) September 4, 2021
छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल के पिता गिरफ्तार, कोर्ट ने 15 दिन के लिए भेजा जेल
रायपुर पुलिस ने नंद कुमार बघेल को ब्राह्मणों पर आपत्तिजनक टिप्पणी के आरोप में गिरफ्तार किया.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंदकुमार बघेल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. 86 साल के नंदकुमार बघेल के खिलाफ रायपुर के डीडी नगर थाने में एफआईआर दर्ज हुई थी. उनके ऊपर ब्राह्मण समाज के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप है. रायपुर पुलिस ने नंद कुमार बघेल को आगरा से गिरफ्तार किया. उसके बाद पुलिस उन्हें रायपुर लेकर आई और मैजिस्ट्रेट जनक कुमार हिडको की कोर्ट के सामने पेश किया. अदालत ने नंद कुमार बघेल को जमानत न देते हुए रिमांड पर 15 दिन की जुडिशल कस्टडी में भेजने के आदेश दिए. उनके वकील गजेंद्र सोनकर ने दावा किया कि नंद कुमार बघेल के कहने पर मैंने जमानत अर्जी दाखिल नहीं की थी. अब उन्हें 21 सितंबर को फिर से कोर्ट में पेश किया जाएगा.
क्या कहा था नंद कुमार बघेल ने?
नंद कुमार बघेल की जिस टिप्पणी को लेकर विवाद हुआ, वह उन्होंने यूपी के लखनऊ में की थी. इसे लेकर ब्राह्मण समाज में नाराजगी थी. NDTV की एक रिपोर्ट के मुताबिक नंद कुमार ने कहा था कि,