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"नदी में झाग या झाग में नदी"- छठ पूजा पर यमुना की तस्वीरें देखकर क्या बोले लोग?

हर बार की तरह इस बार भी यमुना नदी में छठ पूजा की गई. हर साल की ही तरह इस बार भी दिल्ली में प्रदूषण का असर यमुना नदी पर भी देखने को मिला. आम आदमी पार्टी के तमाम दावों के बावजूद लोग प्रदूषण वाले पानी में ही छठ मनाने को मजबूर दिखाई दिए.

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बिहार में मनाए जाने वाले प्रमुख त्यौहार 'छठ' की पूजा इस बार 19 और 20 नवंबर को हुई. (फोटो क्रेडिट - एएनआई)

बिहार के एक प्रमुख त्यौहार छठ की पूजा (Chhath Puja Yamuna) इस बार 19 और 20 नवबंर को हुई. हर साल की तरह इस बार भी दिल्ली के लोग यमुना के अलग-अलग घाटों पर पूजा करने पहुंचे. पिछले कुछ सालों से इस दौरान यमुना के गंदे और फोम जमे पानी की तस्वीरें सामना आती रही हैं. इस बार भी लोग यमुना के गंदे पानी में छठ मनाने को मजबूर दिखाई दिए.

हालांकि, आम आदमी पार्टी(AAP) ने दिल्ली में छठ के लिए अलग व्यवस्थाएं करने की बात कही थी. दिल्ली नगर निगम ने कई घाटों पर लाइट और शौचालयों की व्यवस्था करने की घोषणा की थी. निगम ने दावा किया था कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने छठ के लिए 10 प्वाइंट का प्लान तैयार किया है. इसमें लोगों के लिए टेंट, लाइट्स, शौचालयों, एंबुलेंस, डॉक्टरों, सांस्कृतिक कार्यक्रमों की व्यवस्था की जाएगी.

कहा गया था कि छठ के लिए दिल्ली में करीब 1000 घाट बनाए जाएंगे. दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए बताया,

"सरकार छठ पूजा कराने का प्रबंध कर रही है. लोगों को किसी तरह की कोई परेशानी न हो, इसके भी इंतजाम किए गए हैं. दिल्ली के कई इलाकों में लोग बड़ी संख्या में छठ मना रहे हैं."

यमुना के गंदे पानी में हुई छठ की पूजा  

दिल्ली सरकार के तमाम दावों के बाद भी यमुना के गंदे पानी में छठ मनाते हुए लोगों की तस्वीरें एक बार फिर सामने आईं. न्यूज एजेंसी ANI और PTI ने दिल्ली के कालिंदी कुंज इलाके के दो वीडियो पोस्ट किए. इनमें कई महिलाएं फोम वाले पानी में ही पूजा करती दिखाई दे रही हैं.

लोग इन वीडियो से नाराज दिखाई दिए. एक यूजर ने लिखा,

"सच में अरविंद केजरीवाल ने निराश किया है."

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दूसरे यूजर ने कहा,

"ये दिखाता है कि सरकार को लोगों की कोई चिंता नहीं है. लोगों को रोकने की कोशिश नहीं की गई. ये स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है."

एक और यूजर ने लिखा,

"नदी मे झाग है या झाग में नदी?"

एक अन्य यूजर ने केजरीवाल  सरकार से सवाल किया. उन्होंने पूछा,

"केजरीवाल ने 1000 घाट बनाए थे, वो कहां हैं?"

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एक और यूजर ने केजरीवाल सरकार पर तंज कसा. उन्होंने कहा,

"अरे वाह केजरीवाल, और मार्लेना ने कितनी अच्छी व्यस्था की है. ऐसा लग रहा है कि बादलों पर पूजा हो रही है. उत्तर प्रदेश, बिहार में इस तरह की व्यस्था नहीं है."

सोशल मीडिया यूजर्स ही नहीं, BJP नेता शहजाद पूनावाला ने भी केजरीवाल सरकार पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा,

"ये है केजरीवाल मॉडल. पहले दिल्ली को गैस चैंबर बना दिया. अब हमें जहरीले पानी से भी जूझना पड़ रहा है. छठ पूजा पर जब श्रद्धालु भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए पानी में उतरे, हर जगह जहरीला और झागदार पानी था. केजरीवाल ने यमुना नदी की सफाई को लेकर बड़े-बड़े दावे किए. केंद्र सरकार ने इसके लिए हजारों करोड़ रुपये दिए. लेकिन उनका इस्तेमाल या तो विज्ञापनों के लिए किया गया या भ्रष्टाचार के लिए. जहरीले झाग को हटाने और घाट बनाने के वादे किए गए. लेकिन ये पूरे नहीं हुए. ये केजरीवाल मॉडल है."

इन आरोपों से इतर AAP के नेता सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली में छठ के लिए की गईं तैयारियों की तारीफ की. उन्होंने लिखा, 

चिराग दिल्ली के मिलेनियम पार्क में छठ महापर्व के चौथे दिन प्रसाद वितरण किया. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की कोशिशों के चलते छठ पर्व के चौथे दिन, इस त्यौहार का सफलतापूर्वक समापन हुआ. छठी मैया की कृपा हमारी दिल्ली पर हमेशा बनी रहे."

इस मुद्दे पर विवाद बढ़ता जा रहा है. दूसरी तरफ, दिल्ली में फिर से प्रदूषण बढ़ गया है. कुछ दिनों तक यहां की हवा ठीक रही. लेकिन छठ के दिन से ही AQI फिर 300 के पार चला गया है. 

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