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कूनो के जंगल में चीतों की खतरनाक लड़ाई, घायल चीता अस्पताल में भर्ती, हुआ क्या था?

चीतों को लड़ाई बंद कराने के लिए अधिकारियों ने सायरन बजाए और पटाखे भी फोड़े. घायल हुए चीते की हालत स्थिर है.

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कूनो नेशनल पार्क में भिड़े चीते. (फाइल फोटो: इंडिया टुडे)

मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क (Kuno Cheetah) में विदेश से लाए गए चीतों के बीच भिड़ंत (Cheetah Fight) की खबर आई है. क्षेत्र में वर्चस्व के लिए चीते आपस में भिड़े और इस दौरान एक चीता घायल हो गया. भिड़ंत दक्षिण अफ्रीकी और नामीबीआई चीतों के बीच हुई है. वहीं घायल चीते का इलाज किया जा रहा है.

इंडिया टुडे से जुड़े खेमराज दुबे की रिपोर्ट के मुताबिक, चीतों के बीच भिड़ंत 27 जून की सुबह हुई. कूनो नेशनल पार्क में पालपुर बीट के पास चीते भिड़े. घायल हुए चीते का नाम अग्नि है. उसका पालपुर पशु चिकित्सालय में इलाज चल रहा है.

रिपोर्ट के अनुसार, कूनो नेशनल पार्क में दक्षिण अफ्रीकी और नामीबियाई चीतों को अलग-अलग बीट और दिशा में रिलीज किया गया था. इसी क्रम में इलाकों को लेकर चीतों में भिड़ंत होने लगी है. रिपोर्ट के अनुसार, 27 जून की सुबह दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीतों वायु और अग्नि की नामीबिया से लाए गए चीतों शौर्य और गौरव से झड़प हो गई. इसी झड़प में अग्नि घायल हो गया, जिसे मॉनिटरिंग टीम ने वहां से अलग कर पालपुर पशु अस्पताल पहुंचाया. डॉक्टरों की एक टीम घायल चीते की स्थिति पर नजर रख रही है.

सायरन बजाए गए

कूनो नेशनल पार्क के DFO प्रकाश कुमार वर्मा ने बताया कि कूनो पार्क में खुले में एक नर चीता अग्नि घायल हुआ है. उसका इलाज पशु चिकित्सालय में किया जा रहा है. घायल अग्नि को बेहोश किया गया और फिर अस्पताल ले जाया गया. फिलहाल उसकी हालत स्थिर है. उन्होंने बताया कि चीतों को लड़ाई बंद कराने के लिए अधिकारियों ने सायरन बजाए और पटाखे भी फोड़े. दरअसल, नामीबिया से लाए गए शौर्य और गौरव जुड़वा भाई हैं. कूनो नेशनल पार्क में भी वो जोड़े में रहते आए हैं. वहीं वायु और अग्नि अलग-अलग समूह से हैं.

पिछले साल 17 सितंबर को नामीबिया से पांच मादा और तीन नर चीते कूनो नेशनल पार्क लाए गए थे. वहीं इस साल फरवरी में दक्षिण अफ्रीका से 12 चीते लाए गए थे. मार्च के बाद से 6 चीतों की मौत हो चुकी है. इनमें से तीन शावक शामिल हैं. कूनो नेशनल पार्क में चार शावकों को जन्म मिला था.

वीडियो: मास्टरक्लास: कूनो नेशनल पार्क में तीसरे चीते की मौत हुई, एक्सपर्ट्स क्या कहते हैं?