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सुप्रीम कोर्ट में आने वाले दो नए जज कौन हैं, जिनकी हर तरफ चर्चा है?

जस्टिस एन कोटिश्वर सिंह और जस्टिस आर महादेवन की नियुक्ति के बाद सुप्रीम कोर्ट में कुल जजों की संख्या 34 हो जाएगी. सर्वोच्च न्यायालय में कुल स्वीकृत पद इतने ही हैं.

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सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने दोनों जजों के नाम की सिफारिश 11 जुलाई को थी. (फोटो- पीटीआई)

केंद्र सरकार ने दो हाई कोर्ट जजों की सुप्रीम कोर्ट में नियुक्ति को मंजूरी दे दी है. इन दो जजों की नियुक्ति के बाद सुप्रीम कोर्ट में कुल जजों की संख्या 34 हो जाएगी. सर्वोच्च न्यायालय में कुल स्वीकृत पद इतने ही हैं. सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिश के बाद, 16 जुलाई को केंद्रीय कानून मंत्रालय ने एक नोटिफिकेशन जारी किया है. इसके मुताबिक, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस एन कोटिश्वर सिंह (Justice N Kotiswar Singh) और मद्रास हाई कोर्ट के एक्टिंग चीफ जस्टिस आर महादेवन (Justice R Mahadevan) अब सुप्रीम कोर्ट के जज होंगे.

कानून मंत्रालय के नोटिफिकेशन के मुताबिक, राष्ट्रपति ने संविधान के अनुच्छेद 124 के खंड (2) के तहत दी गई शक्तियों के तहत जस्टिस एन कोटिश्वर सिंह और जस्टिस आर महादेवन को सुप्रीम कोर्ट में नियुक्त किया है. उनकी नियुक्ति कार्यभार संभालने की तारीख से प्रभावी होगी.

सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 11 जुलाई को इन दोनों जजों के नाम की सिफारिश की थी. कॉलेजियम व्यवस्था के जरिए हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में जजों की नियुक्ति और तबादले पर फैसला होता है. कॉलेजियम की अध्यक्षता सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस करते हैं. उनके अलावा चार और सबसे सीनियर जज होते हैं.

सुप्रीम कोर्ट में मणिपुर के पहले जज होंगे

बार एंड बेंच की रिपोर्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, जस्टिस कोटिश्वर सिंह फरवरी 2023 से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस से हैं. जस्टिस कोटिश्वर मूल रूप से मणिपुर के रहने वाले हैं और इस राज्य से आने वाले वे सुप्रीम कोर्ट के पहले जज होंगे.

जस्टिस कोटिश्वर हाई कोर्ट के पूर्व जज के बेटे हैं. उनका जन्म 1 मार्च, 1963 को इम्फाल में हुआ था. उनके पिता जस्टिस एन इबोतोंबी सिंह गुवाहाटी हाई कोर्ट के जज थे, जो मणिपुर के पहले एडवोकेट जनरल भी थे. जस्टिस कोटिश्वर ने दिल्ली के किरोड़ीमल कॉलेज से ग्रैजुएशन किया था. साल 1986 में उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से ही LLB की डिग्री ली थी.

जस्टिस कोटिश्वर पहले भी सुप्रीम कोर्ट में काम कर चुके हैं. लेकिन बतौर वकील. थोड़े समय के लिए यहां प्रैक्टिस किया था. फिर 2008 में गुवाहाटी हाई कोर्ट में सीनियर एडवोकेट नियुक्त हुए थे.

2011 में जस्टिस कोटिश्वर को गुवाहाटी हाई कोर्ट का अतिरिक्त जज बनाया गया था. 2012 में वे यहां स्थायी जज बन गए. एक साल बाद, 2013 में मणिपुर हाई कोर्ट बनने के बाद उन्हें यहां जज नियुक्त किया गया. फिर, 2018 में वे बतौर चीफ जस्टिस प्रोमोट हुए.

जस्टिस आर महादेवन के बारे में

जस्टिस महादेवन मई 2024 से मद्रास हाई कोर्ट के एक्टिंग चीफ जस्टिस हैं. मद्रास हाई कोर्ट की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, जस्टिस महादेवन ने साल 1989 में मद्रास लॉ कॉलेज से कानून की पढ़ाई पूरी की. उन्होंने 25 सालों तक अप्रत्यक्ष टैक्स, कस्टम और सेंट्रल एक्साइज में विशेषज्ञता के साथ सिविल और क्रिमिनल मामलों की भी वकालत की.

बाद में तमिलनाडु सरकार के लिए उन्होंने एडिशनल गवर्नमेंट प्लीडर (टैक्स) के रूप में भी काम किया. फिर, मद्रास हाई कोर्ट में भारत सरकार के लिए अलग-अलग रोल में काम किया. साल 2013 में उन्हें मद्रास हाई कोर्ट का जज नियुक्त किया गया था.

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