खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर (Khalistani Hardeep Singh Nijjar) की हत्या को लेकर कनाडा ने भारत (India-Canada) पर कई आरोप लगाए. इन आरोपों को भारत सरकार ने निराधार बताकर खारिज कर दिया. विवाद में अब कनाडा की विपक्षी पार्टियों की एंट्री हो गई है. कनाडा की कंजर्वेटिव पार्टी के नेता पियरे पोइलिवरे ने एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि पीएम जस्टिन ट्रूडो को इस मामले में और ज्यादा फैक्ट सामने रखने की जरूरत है.
निज्जर की हत्या को लेकर घर में ही घिर गए जस्टिन ट्रूडो, विपक्षी नेता ने खड़े किए सवाल
कनाडा की कंजर्वेटिव पार्टी के नेता ने कहा है कि पीएम ट्रूडो को हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में अधिक तथ्य सामने रखने की जरूरत है.
इंडिया टुडे में छपी रिपोर्ट के मुताबिक पियरे पोइलिवरे ने कहा कि खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या से भारतीय एजेंटों को जोड़ने के आरोपों पर कनाडा सरकार को सभी तथ्य उपलब्ध कराने चाहिए. पोइलिवरे ने मीडिया से बात करते हुए कहा,
“मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री ट्रूडो को सभी तथ्यों के साथ सामने आने की जरूरत है. हमें सभी संभावित सबूतों को जानने की जरूरत है ताकि कनाडा के नागरिक इस पर निर्णय ले सकें.”
पोइलिवरे ने आगे कहा,
NIA ने अपनी यात्रा स्थगित की“पीएम ट्रूडो ने कोई भी तथ्य सामने नहीं रखे हैं, उन्होंने सिर्फ एक बयान दिया है. उन्होंने कनाडा के लोगों को सार्वजनिक रूप से जितना बताया है, उससे अधिक उन्होंने मुझे निजी तौर पर नहीं बताया. इसलिए हम और अधिक जानकारी जानना चाहते हैं.”
भारत और कनाडा के बीच बढ़ते विवाद के बीच नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने अपनी पहले से तय एक कनाडा यात्रा को स्थगित करने का मन बना लिया है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार NIA की टीम खालिस्तान समर्थकों द्वारा इंडियन हाई कमीशन पर किए गए हमले की जांच के सिलसिले में अगले महीने कनाडा जाने वाली थी. मार्च 2023 में खालिस्तानी समर्थकों ने कनाडा में भारतीय हाई कमीशन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था. इस दौरान खालिस्तान समर्थन में नारे लगाए गए थे. यही नहीं वहां मौजूद भारतीय मूल के पत्रकारों पर हमला भी किया था.
रिपोर्ट के मुताबिक, मीटिंग में NIA अधिकारियों ने खालिस्तानी टाइगर फोर्स (KTF) के डेजिग्नेटेड आतंकवादी अर्शदीप सिंह गिल को प्रत्यर्पित कराने की प्रक्रिया पर भी चर्चा की. इस साल 9 जनवरी को गृह मंत्रालय ने आतंकी गतिविधियों के अलावा हत्या, जबरन वसूली और टारगेट किलिंग जैसी गंभीर आपराधिक गतिविधियों में अर्शदीप सिंह गिल का नाम पाए जाने के बाद उसे एक आतंकवादी घोषित किया था.
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