कुछ दिन पहले कनाडा के एक मीडिया संस्थान ने अपनी रिपोर्ट में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की साजिश को लेकर PM नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया था (Canada on Nijjar PM Modi India). भारत सरकार ने उस रिपोर्ट को कड़े शब्दों में खारिज किया. अब मामले पर कनाडा सरकार का भी बयान सामने आया है. उनका कहना है कि वो उस रिपोर्ट के बारे में कुछ नहीं जानते और ना ही उसमें उनका कोई हाथ है.
कनाडा के अखबार ने निज्जर की हत्या को PM मोदी से जोड़ा था, अब ट्रूडो सरकार बोली- सबूत नहीं हैं
भारतीय विदेश मंत्रालय ने कनाडाई मीडिया संस्थान को आड़े हाथों लिया था. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने 20 अक्टूबर को इसको लेकर एक बयान जारी किया.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, जस्टिन ट्रूडो सरकार ने PM मोदी का कनाडा में आपराधिक गतिविधियों से संबंध होने से इनकार किया. 22 नवंबर को कनाडाई प्रधान मंत्री के राष्ट्रीय सुरक्षा और खुफिया सलाहकार नथाली जी ड्रौइन ने एक बयान में कहा,
कनाडा की सरकार ने प्रधान मंत्री मोदी, मंत्री जयशंकर या NSA डोभाल को कनाडा में गंभीर आपराधिक गतिविधि से जोड़ने के बारे में ना तो कहा है और ना ही इससे जुड़े सबूतों से अवगत है. ये काल्पनिक और गलत है.
इससे पहले भारतीय विदेश मंत्रालय ने उस कनाडाई मीडिया संस्थान को आड़े हाथों लिया था. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने 20 अक्टूबर को इसको लेकर एक बयान जारी किया. जिसमें उन्होंने कनाडाई न्यूजपेपर की रिपोर्ट को हास्यास्पद बताया. रणधीर जायसवाल ने बयान जारी कर कहा,
रिपोर्ट में क्या कहा गया?हम आम तौर पर मीडिया रिपोर्ट्स पर टिप्पणी नहीं करते हैं. हालांकि, कनाडाई सरकार के एक सूत्र की तरफ से कथित तौर पर अखबार को दिए गए ऐसे हास्यास्पद बयानों को उसी अवमानना के साथ खारिज किया जाना चाहिए, जिसके वे वाकई हकदार हैं. इस तरह से बदनाम करने वाले कैंपेन हमारे पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों को और नुकसान पहुंचाते हैं.
दरअसल, कनाडाई न्यूजपेपर Theglobeandmail में कनाडाई अधिकारी के हवाले से एक रिपोर्ट छपी थी. जिसमें एक अधिकारी ने कथित तौर पर कहा कि खालिस्तानी निज्जर की कथित हत्या की साजिश केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की तरफ से रची गई थी. रिपोर्ट में दावा किया गया कि पीएम मोदी, विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को इस योजना के बारे में बताया गया था.
हालांकि, रिपोर्ट में ये भी लिखा गया कि कनाडा के पास पीएम मोदी के खिलाफ इस दावे का समर्थन करने वाला कोई सबूत नहीं है. एक अधिकारी के हवाले से रिपोर्ट में लिखा गया कि कनाडा के पास इस बात का कोई प्रत्यक्ष सबूत नहीं है कि पीएम मोदी को इसकी जानकारी थी. हालांकि, इस बात पर भरोसा करना मुश्किल है कि भारत में तीन सीनियर राजनीतिक हस्तियों ने इस मामले पर आगे कदम उठाने से पहले पीएम मोदी के साथ टार्गेटेड हत्याओं पर चर्चा नहीं की होगी.
वीडियो: कनाडा में भारतीय मूल के लोगों पर एक और हमले की घटना