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‘एटीट्यूड जेब में रखो, भैया मत कहना...', कैब ड्राइवर का पैसेंजर के लिए अनोखा फरमान वायरल

कैब ड्राइवर द्वारा अपने यात्रियों के लिए बनाए गए छह नियमों की इस सूची ने सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी है. कुल छह नियम हैं और इन नियमों को पढ़कर सोशल मीडिया यूजर्स के दो खेमे में बंट गए हैं.

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कैब ड्राइवर ने यात्रियों के लिए बनाए अनोखे नियम (Image source: Reddit/@Your_Friendly_Panda)

एक कैब चालक ने अपने यात्रियों के लिए नियमों की ऐसी लिस्ट बनाई कि बहस ही छिड़ गई. कुल छह नियम हैं और इन नियमों को पढ़कर सोशल मीडिया यूजर्स के दो खेमे में बंट गए हैं. कुछ लोगों ने इन नियमों को कैब ड्राइवर की दादागिरी बताया, फिर कुछ लोगों ने असभ्य यात्रियों के खिलाफ इस कदम की सराहना की.

रेडिट पर एक यूजर 'Your_Friendly_Panda' ने एक तस्वीर शेयर की और लिखा, 

‘मैंने एक कैब बुक की है और कैब ड्राइवर ने कैब पर कुछ दिशानिर्देश दिए हैं! आप इन दिशानिर्देशों के बारे में क्या सोचते हैं?"

क्या दिशा-निर्देश हैं?

  • आप कैब के मालिक नहीं हैं.
  • कैब चलाने वाला व्यक्ति ही मालिक है.
  • विनम्रता से बात करें और सम्मान लें. 
  • दरवाजे को आराम से बंद करें. 
  • अपना एटीट्यूड जेब में रखें; कृपया इसे हमें न दिखाएं. आप हमें ज्यादा पैसे नहीं दे रहे हैं.
  • हमें भैया मत कहें.

नोट: तेज चलाने के लिए मत कहें, समय पर आएं.

इस तस्वीर के वायरल होते ही सोशल मीडिया पर दिशा-निर्देशों पर चर्चा शुरू हो गई. खासकर ड्राइवरों को "भैया" न कहने के मुद्दे पर. एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा, 

“बाकी सब तो ठीक है, लेकिन ‘मुझे भैया ना कहो’ का क्या मतलब है?"

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कैब चालक द्वारा जारी नियमों पर लोगों की प्रतिक्रिया

एक ने लिखा, 

“भैया ना कहें तो आप अपना नाम भी इसी पोस्टर में लिख लो.”

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लोगों की प्रतिक्रिया

एक ने लिखा, 

"सम्मान दो और सम्मान लो’ वाली बात ठीक है. दरवाजे को आराम से बंद करना, ड्राइवर को परेशान ना करना तो सामान्य शिष्टाचार है.”

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लोगों की प्रतिक्रिया

एक ने लिखा, 

“ड्राइवर सही है और उनके नियमों में कुछ भी गलत नहीं है. हमारे देश के लोगों को कैब ड्राइवरों, डिलीवरी करने वालों को अलग नजर से देखने की आदत है.”

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लोगों की प्रतिक्रिया

एक अन्य ने लिखा, 

“भैया शब्द के प्रति नफरत मुझे समझ नहीं आती, यह दूसरे इंसान को सम्मान देने का तरीका है. शायद बिहार और यूपी के इस शब्द से लगाव के कारण ही दक्षिण में रहने वाले लोगों के लिए ये एक अपशब्द जैसा बन गया है.”

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लोगों की प्रतिक्रिया

एक यूजर ने कमेंट किया, 

“दरवाजा धीरे से बंद करना तो समझ में आता है, लेकिन एटिट्यूड अपनी जेब में रखो ये कैसी भाषा है.

एक और यूजर ने लिखा, 

“अकड़ अपनी जेब में रख, ये कुछ ज्यादा नहीं बोल गया भाई.”

कैब ड्राइवर के इन अनोखे नियमों पर आपके क्या विचार हैं, हमें कमेंट करके बताएं.

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