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उपचुनाव 2022: 6 राज्यों की सभी सात विधानसभा सीटों का नतीजा जान लीजिए

बीजेपी को 4 सीटों पर जीत मिली है.

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सांकेतिक फोटो(फोटो: आज तक)

देश के 6 राज्यों में 7 सीटों पर हुए उपचुनावों के नतीजे सामने आ गए हैं. इन चुनावों में बीजेपी का पलड़ा विरोधियों पर भारी रहा. बीजेपी को 4 सीटें मिली हैं. जबकि कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली. 3 नवंबर को इन सीटों पर वोटिंग हुई थी. सीटें थी, महाराष्ट्र की अंधेरी ईस्ट, उत्तर प्रदेश की गोला गोरखनाथ, उड़ीसा की धामनगर, बिहार का गोपालगंज और मोकामा , हरियाणा का आदमपुर और तेलंगाना का मुनुगोडे.

बिहार

बिहार की जिन दो सीटों पर चुनाव हो रहे हैं उनमें से एक से बीजेपी और एक से राजद प्रत्याशी के पाले में गई है. गोपालगंज विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी कुसुम देवी ने राजद प्रत्याशी को 2000 वोटों से हराया. साल 2005 से लगातार इस सीट पर बीजेपी काबिज रही है. खास बात ये है कि हर बार बीजेपी प्रत्याशी सुभाष सिंह ही जीत दर्ज करते थे. इस साल 15 अगस्त को ही खराब स्वास्थ के चलते दिल्ली एम्स में निधन के बाद ये सीट खाली हो गई थी. जिसके बाद बीजेपी ने उपचुनाव में कुसुम देवी को टिकट दिया था.

वहीं मोकामा से राष्ट्रीय लोक दल की प्रत्याशी और अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी ने बीजेपी प्रत्याशी को 16,707 वोटों के अंतर से हराया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नीलम देवी का कहना है कि हमें पता था कि जीत हमारी होगी. हमें लोगों का आशीर्वाद मिला था. यह मोकामा के लोगों की जीत है और बीजेपी की हार है.

आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमें में अनंत सिंह को 10 साल की सजा हुई थी. जिसके बाद RJD ने उनकी पत्नी को चुनाव में उतारा था. 

उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश की गोला गोकर्णनाथ विधानसभा सीट बीजेपी विधायक अरविंद गिरी के निधन के बाद खाली हो गई थी. इन उपचुनावों में भी बीजेपी ने ये सीट अपने पास सुरक्षित रखी है. बीजेपी के अमन गिरी ने सपा के विनय तिवारी को कुल 34,774 वोटों से हरा दिया है. विनय तिवारी गोला से पहले भी विधायक रह चुके हैं. इन उपचुनावों में गोला गोलकर्णनाथ से कांग्रेस और बसपा ने अपनी दावेदारी पेश नहीं की थी.

उपचुनाव में जीत के बाद योगी आदित्यनाथ ने कहा,

 ‘यह शानदार जीत डबल इंजन की बीजेपी सरकार की लोक-कल्याणकारी नीतियों के प्रति अटूट जन-विश्वास का प्रतीक है.’


हरियाणा

हरियाणा की आदमपुर विधानसभा सीट से बीजेपी के भव्य बिश्नोई ने कांग्रेस के जय प्रकाश को 15 हजार से ज्यादा वोटों से हरा दिया है. भव्य बिश्नोई के पिता कुलदीप बिश्नोई के विधानसभा से इस्तीफा देने के बाद इस सीट में उपचुनाव कराया गया है. वो अगस्त में कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो गए थे. 2019 में हुए चुनावों में इसी सीट पर कुलदीप ने दिवंगत सोनाली फोगाट को हराया था. भव्य के दादा और कुलदीप के पिता भजनलाल हरियाणा के मुख्यमंत्री भी रहे चुके. इनके परिवार ने अब तक इस सीट पर 15 बार चुनाव लड़ा है और आज तक एक भी चुनाव नहीं हारे हैं.

महाराष्ट्र

महाराष्ट्र की अंधेरी ईस्ट की सीट पर उपचुनाव लड़ा गया था. यहां पर चुनावी मैदान में शिवसेना के उद्धव गुट की उम्मीदवार ऋतुजा रमेश लटके ने 53,471 वोटों से जीत दर्ज की है. ऋतुजा लटके मौजूदा विधायक रमेश लटके की पत्नी हैं. जीतने पर ऋतुजा ने कहा,

'ये जीत मेरे पति और अंधेरी में किए गए उनके विकास के कामों की है. मैं अभी चुनाव केंद्र और फिर आशीर्वाद लेने मातोश्री जाऊंगी.'

इस सीट को शिंदे गुट ने बीजेपी के लिए छोड़ दिया था. मगर बीजेपी ने अपने प्रत्याशी की दावेदारी वापस ले ली थी.  शिवसेना के विधायक रमेश लटके के निधन के बाद से ही ये सीट खाली पड़ी थी.

तेलंगाना 

तेलंगाना के मुनुगोड़े उपचुनाव में चौथे राउंड की मतगणना के बाद टीआरएस प्रत्याशी कूसुकुंतला प्रभाकर रेड्डी ने बीजेपी प्रत्याशी राजगोपाल रेड्डी को 10,113 वोटों से हरा दिया है. अगस्त में कांग्रेस विधायक कोमातीरेड्डी राज गोपाल रेड्डी इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो गए थे. जिसके बाद से ये सीट खाली थी. 

उड़ीसा

उड़ीसा की धामनगर सीट पर बीजेपी प्रत्याशी सूर्यवंशी सूरज ने बीजद प्रत्याशी अवंती दास को 9,802 वोटों से हरा दिया है. बीजेपी प्रत्याशी के पाले में 80,351 वोट गिरे हैं, जो की कुल वोटों को 49.09 प्रतिशत है. वहीं बीजद के पाले में 43.09 प्रतिशत माने 70,470 वोट गिरे हैं. इस सीट पर विधायक रहें विष्णु चरण सेठी का 19 सितंबर, को निधन हो गया था. जिसके बाद इस चुनाव आयोग ने इस सीट पर चुनाव कराने का फैसला किया था. 

(आपके लिए ये स्टोरी हमारे साथ इंटर्नशिप कर रहे आर्यन ने लिखी है)