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बस चला रहे ड्राइवर को आया हार्ट अटैक, जान चली गई लेकिन 48 यात्रियों को इस तरह बचा लिया

सना को गाड़ी चलाते वक्त सीने में दर्द होने लगा और इसके चलते उन्होंने स्टीयरिंग से कंट्रोल खो दिया.

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बस ड्राइवर की दिल का दौरा पड़ने से मौत (सांकेतिक फोटो- पेक्सेल)

ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में बस चलाते वक्त दिल का दौरा पड़ने से ड्राइवर की मौत हो गई. घटना के वक्त बस में 48 यात्री सवार थे. लेकिन उसी दौरान ड्राइवर की सूझबूझ से बस में सवार सभी यात्रियों की जान बच गई. हादसे में कोई घायल नहीं हुआ. ‘मां लक्ष्मी’ नाम की ये प्राइवेट बस हर रात कंधमाल के सारंगढ़ से जी उदयगिरि के रास्ते भुवनेश्वर तक जाती है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना कंधमाल जिले के पाबुरिया गांव की है. 27 अक्टूबर की रात बस अचानक एक दीवार से टकरा गई. लोगों ने देखा कि ड्राइवर बेहोश हो गया है. उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया. वहां डॉक्टरों ने कार्डियक अरेस्ट होने की वजह से उन्हें मृत घोषित कर दिया. मृतक ड्राइवर का नाम सना प्रधान है. 

पुलिस ने बताया कि सना को गाड़ी चलाते वक्त सीने में दर्द होने लगा और इसके चलते उन्होंने स्टीयरिंग से कंट्रोल खो दिया. टिकाबाली पुलिस स्टेशन के प्रभारी इंस्पेक्टर कल्याणमयी सेंधा ने मीडिया को बताया कि बस ड्राइवर को एहसास हुआ कि वो आगे गाड़ी नहीं चला पाएगा इसलिए उसने वाहन को सड़क के किनारे की दीवार से टकरा दिया, जिसके बाद बस रुक गई और यात्रियों की जान बचाई जा सकी.

पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद प्रधान का शव उनके परिवार को सौंप दिया गया है. एक दूसरे ड्राइवर को बुलाकर बस को सभी यात्रियों के साथ रवाना किया गया.

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इसी तरह का एक मामला पिछले साल दिसंबर में भी सामने आया था. मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक भीषण एक्सीडेंट हुआ. एक मेट्रो बस अनियंत्रित होकर राह चलते लोगों और गाड़ियों पर चढ़ गई. एक्सीडेंट को लेकर लोग कयास लगा रहे थे कि बस ड्राइवर नशे में था, जिसके कारण ऐसी दुर्घटना हुई. हालांकि जब घटनास्थल पर लोग पहुंचे तो उन्होंने देखा कि ड्राइवर बेहोश पड़ा हुआ था. बाद में पुलिस ने जानकारी दी कि ड्राइवर को हार्ट अटैक आया था.