जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) एक और विवाद में आता दिख रहा है. खबरे हैं कि JNU की दीवारों पर 'लाल रंग से' ब्राह्मण विरोधी नारे लिखे दिए गए हैं. बताया जा रहा है कि यूनिवर्सिटी के दूसरे और तीसरे फ्लोर की दीवारों पर 'ब्राह्मण गो बैक' जैसे नारे लिखे गए हैं (Casteist Slogans in JNU). इसके अलावा वैश्य समुदाय को लेकर भी कई आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया है. नारे ना सिर्फ क्लास रूम के बाहर बनी दीवारों पर बल्कि कई फैकल्टी के दरवाजों पर भी लिखे हैं.
JNU की दीवारों पर लिख दिए 'ब्राह्मण भारत छोड़ो' जैसे नारे? बवाल कट गया
'ब्राह्मणों कैंपस खाली करो', 'यहां खून-खराबा होगा', 'वापस शाखा में जाओ' जैसे नारे भी लिखे गए हैं.
आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, जिन नारों को लेकर आपत्ति जताई गई है, उनमें 'ब्राह्मणों कैंपस खाली करो', 'यहां खून-खराबा होगा', 'ब्राह्मण भारत छोड़ो' जैसे नारे शामिल हैं. मामले पर खूब बवाल हो रहा है. अब इसे लेकर JNU की वाइस चांसलर शांतिश्री धुलिपुड़ी ने बयान जारी किया है. उन्होंने कहा है,
हम इस घटना की कड़ी निंदा करते हैं. मामले पर गंभीरता से ध्यान दिया जा रहा है. ऐसी घटनाओं को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. जेएनयू प्रशासन ने इंक्वायरी बुलाई है.
इस बीच सामाजिक कार्यकर्ता और सुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल ने अंजान व्यक्तियों के खिलाफ IPC की धारा 153ए और बी, 505,506 और 34 के तहत शिकायत दर्ज कराई है. बीजेपी के छात्र संगठन ABVP ने भी जेएनयू प्रशासन से एक्शन की मांग की है. उसका आरोप है कि वामपंथी विचारधारा वाले छात्रों की तरफ से ये काम किया गया है. ABVP ने कहा कि भावनाओं को भड़काने के लिए दीवारों पर इस तरह के नारे लिख दिए गए हैं.
इंडिया टुडे/आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक छात्र संगठन के अध्यक्ष रोहित कुमार ने एक बयान में कहा,
सांप्रदायिक गुंडों द्वारा की गई इस हरकत का हम विरोध करते हैं. वामपंथियों ने जेएनयू की दीवारों पर गालियां लिखी हैं. हम सिर्फ इस बात में मानते हैं कि ऐसे संस्थानों का इस्तेमाल डिबेट करने के लिए होता है, समाज में जहर फैलाने के लिए नहीं.
हालांकि ये अब तक साफ नहीं है कि दीवारों पर ये आपत्तिजनक नारे किसने लिखे हैं. जेएनयू छात्र संगठन की तरफ से इस पर कोई बयान या सफाई अभी तक नहीं दी गई है.
देखें वीडियो- JNU में फेलोशिप पर भड़के ABVP छात्र कैंपस के गार्ड्स से भिड़े