The Lallantop

लोकसभा अध्यक्ष का पद NDA सहयोगी के पास जाने की चर्चा थी, अब बड़ी जानकारी आई है

NDA सहयोगियों और विपक्षी दलों से बातचीत कर सहमति बनाने की जिम्मेदारी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को दी गई है.

post-main-image
26 जून को हो सकता है स्पीकर का चुनाव. (फाइल फोटो- पीटीआई)

केंद्र में नई सरकार बनने और मंत्रालयों के बंटवारे के बाद अब लोकसभा स्पीकर (Lok Sabha Speaker) पद को लेकर माथापच्ची जारी है. लोकसभा चुनाव नतीजों बाद खबरें आई थीं कि बीजेपी के सहयोगी दल स्पीकर पद चाहते हैं. हालांकि, अब इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि बीजेपी स्पीकर पद अपने पास ही रखेगी. वहीं डिप्टी स्पीकर का पद एनडीए के सहयोगी दलों को दिया जा सकता है.

इंडिया टुडे से जुड़े हिमांशु मिश्रा की रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों ने बताया है कि बीजेपी नेतृत्व ने एनडीए सहयोगियों और विपक्षी दलों से बातचीत कर सहमति बनाने की जिम्मेदारी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को दी है.

इधर, 17 जून को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के घर भी एक बैठक होने जा रही है. इस बैठक में भी स्पीकर और डिप्टी स्पीकर को लेकर चर्चा हो सकती है. इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि अगर डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष को नहीं दिया गया तो विपक्षी पार्टियां स्पीकर पद के लिए अपने उम्मीदवार उतार सकती हैं.

संसद का पहला सत्र 24 जून को शुरू हो रहा है, जो 3 जुलाई तक चलेगा. स्पीकर का चुनाव 26 जून को हो सकता है. अगर सर्वसम्मति से स्पीकर पर फैसला नहीं होता है तो चुनाव करवाया जा सकता है. लोकसभा के सदस्य साधारण बहुमत के आधार पर स्पीकर को चुनते हैं. यानी इसके लिए भी 272 सांसदों की जरूरत होगी.

ये भी पढ़ें- क्या NDA सहयोगी BJP से लोकसभा स्पीकर का पद चाहते हैं? आखिर ऐसा क्या खास है इसमें?

एक दिन पहले इंडियन एक्सप्रेस अखबार ने खबर छापी थी कि तेलुगु देशम पार्टी (TDP) स्पीकर पद के लिए ‘एनडीए का चेहरा’ चाहती है. TDP के राष्ट्रीय प्रवक्ता पत्ताभी राम कोमारेड्डी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि NDA के सहयोगी साथ बैठकर यह तय करेंगे कि स्पीकर के लिए हमारा उम्मीदवार कौन होगा. एक बार सर्वसम्मति बन जाने के बाद, हम उस उम्मीदवार को उतारेंगे और सभी सहयोगी, जिसमें TDP भी शामिल है, उस उम्मीदवार का समर्थन करेंगे.

कोमारेड्डी ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि टीडीपी स्पीकर पद के लिए जोर लगा रही है. हालांकि पार्टी के एक सूत्र ने अखबार से कहा कि टीडीपी ने इस विकल्प को नहीं छोड़ा है. सूत्र ने बताया कि सभी सहयोगियों की तरह स्पीकर उम्मीदवार चुनने में टीडीपी की भी एक राय है.

हालांकि एक और बड़ी सहयोगी जेडीयू ने साफ कर दिया है कि वो इसके लिए बीजेपी को सपोर्ट करेगी. जेडीयू के सीनियर नेता केसी त्यागी ने मीडिया से कहा कि बीजेपी एनडीए गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी है इसलिए उसका अधिकार पहले है.

वीडियो: लोकसभा चुनाव के कारण राज्यसभा की ये सीटे खाली हो गईं, किस राज्य में कितनी सीट है?