उत्तर प्रदेश के बिजनौर (Bijnor) जिले के एक कारोबारी को हनीट्रैप में फंसाकर उनके नौकर सहित किडनैप किया गया. उनसे 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी जा रही थी. बिजनौर पुलिस को जब इस मामले की जानकारी मिली, तब तुरंत एक्शन लिया गया. पुलिस ने किडनैपिंग करने वाले गैंग के 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. इस गैंग में मुरादाबाद से सस्पेंड हुआ पुलिस का एक सिपाही भी शामिल है.
यूपी: कारोबारी से पैसे की उगाही करने वाला गैंग पकड़ाया, पुलिसवाला गैंग का मेंबर निकला!
कारोबारी को हनीट्रैप में फंसाकर यूपी से उत्तराखंड बुलाया, नौकर को किडनैप कर मांगे 10 लाख रुपये. पुलिसवाला सस्पेंड चल रहा है!

आजतक के संजीव शर्मा की रिपोर्ट के मुताबिक बिजनौर के कारोबारी यशवीर सिंह को एक महिला का फोन आया था. महिला ने पैसा वसूलने के मकसद से यशवीर सिंह को झांसे में लेकर 16 सितंबर को उत्तराखंड के रामनगर बुलाया. यशवीर सिंह अपने नौकर के साथ रामनगर पहुंच गए. इसी दौरान मनीषा ने अपने चार साथियों के साथ यशवीर और उनके नौकर मुकेश को जबरन एक कार में बैठा लिया. वे लोग कारोबारी से 10 लाख रुपये की मांग करते हुए बिजनौर के नजीबाबाद ले आए.
पुलिस की ओर से जारी प्रेस नोट के मुताबिक नजीबाबाद में कारोबारी से एटीएम से 20 हजार रुपये निकलवाए. उनके पास रखे 20 हजार रुपये भी ले लिए. आरोपियों ने यशवीर सिंह के साथ मारपीट की और उन्हें बाकी पैसे पहुंचाने की धमकी देते हुए नजीबाबाद में छोड़ गए. वे लोग यशवीर के नौकर को ये कहकर अपने साथ ले गए कि जब तक बाकी पैसे नहीं मिलेंगे, तब तक उसे नहीं छोड़ेंगे. पैसे न मिलने पर नौकर को जान से मारने की धमकी भी दी थी. इस मामले में यशवीर सिंह ने नजीबाबाद में केस दर्ज कराया.
इसके बाद पुलिस ने घटना का संज्ञान लिया. 17 सितंबर को घटना में शामिल आरोपियों- पंकज, दानवीर, दीपक और सुनील गिरफ्तार किया गया. उनके कब्जे से नौकर को छुड़ाया गया. पुलिस ने फिरौती के पैसे, दो तमंचे, पुलिस की दो वर्दी और घटना में इस्तेमाल कार बरामद की है. वहीं गैंग में शामिल महिला फिलहाल फरार है. पुलिस की टीम आरोपी महिला की तलाश में लगी हैं.
बिजनौर के एसपी सिटी डॉ. प्रवीण रंजन ने बताया कि ये आरोपी मिलकर फिरौती का काम करते हैं. इसमें दीपक नाम का एक कॉन्स्टेबल शामिल है, जो मुरादाबाद से निलंबित चल रहा है. वह भी इस गैंग में शामिल है. एसपी सिटी ने बताया कि मुरादाबाद में तैनात कॉन्स्टेबल दीपक को पिछले साल अप्रैल में उसके खिलाफ रेप का केस दर्ज होने के बाद निलंबित कर दिया गया था. वहीं एक अन्य आरोपी सुनील पर अपने जीजा की जगह पुलिस में फर्जी नौकरी करने का आरोप है.
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