The Lallantop

बिहार में 'सफलतापूर्वक' गिरे दो पुल, किसी की जान जो नहीं गई!

23 सितंबर को मुंगेर के बरियारपुर प्रखंड में एक पुल गिर गया. इससे पहले 22 सितंबर की रात ‘बख्तियारपुर-ताजपुर गंगा महासेतु’ का एक हिस्सा टूटकर गिर गया था.

post-main-image
बख्तियारपुर-ताजपुर गंगा महासेतु का एक हिस्सा गिरा.

बिहार में पुल गिरने का सिलसिला जारी है. पुल ऐसे गिर रहे हैं, जैसे सिविल इंजीनियर्स की नई वेकैंसी आने वाली हो. जैसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराना हो. अररिया, किशनगंज, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सारण, पूर्वी चंपारण, ये सभी जिले बीते दिनों चर्चा में रहे. फिर, मुंगेर और पटना ने सोचा कि वे क्यों पीछे रहें, उनकी चर्चा क्यों ना हो? इसलिए अब मुंगेर में भी एक पुल गिर गया. 23 सितंबर को मुंगेर के बरियारपुर प्रखंड में नदी पर एक बना पुल ढह गया. एक ही दिन में बिहार में पुल गिरने की ये दूसरी घटना है.

एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, मुंगेर में जो पुल गिरा है, वो हरिणमार पंचायत और गोगरी को जोड़ता था. स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि ने बताया कि इससे 80 हजार से ज्यादा आबादी प्रभावित हुई है. रिपोर्ट की माने तो इस पुल का निर्माण सिर्फ 10 साल पहले हुआ था. ग्रामीणों के अनुसार, बाढ़ के पानी के कारण इस रास्ते में पड़ने वाले अन्य पुलों की स्थिति भी काफी दयनीय हो गई है.

राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने पुल गिरने की घटना को बिहार सरकार का भ्रष्टाचार बताया. उन्होंने एक्स पर लिखा है,

"लो, बिहार में आज दिन में फिर एक और पुल ध्वस्त! विगत हफ्ते में जमुई, बख़्तियारपुर-ताजपुर के बाद अब मुंगेर के बरियारपुर प्रखंड में पुल ढह गया. विगत महीनों में 25 से अधिक पुल-पुलिया श्री श्री नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार की भ्रष्टाचारी सरकार की भेंट चढ़े हैं."

इससे पहले, 22 सितंबर की रात पटना में गंगा नदी पर एक निर्माणाधीन पुल का हिस्सा टूटकर गिर गया. इस पुल का नाम ‘बख्तियारपुर-ताजपुर गंगा महासेतु’ है. समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना पुल के गर्डरों की बियरिंग बदलने के दौरान हुई. खंभों पर गर्डर रखते समय उनमें से एक गिर गया. पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने पीटीआई बताया कि नियमित कार्य के दौरान बख्तियारपुर की तरफ निर्माणाधीन पुल का एक गर्डर गिर गया.

इस प्रोजेक्ट का निर्माण पिछले कई सालों से हो रहा है. आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जून 2011 में 5.57 किलोमीटर लंबे बख्तियारपुर-ताजपुर गंगा महासेतु के निर्माण की आधारशिला रखी थी. इस परियोजना की कुल लागत उस वक्त 1602.74 करोड़ रुपये आंकी गई थी.

ये भी पढ़ें- बिहार सरकार की बड़ी कार्रवाई, पुल गिरने से ज्यादा इंजीनियर सस्पेंड कर दिए

ये परियोजना पूरी होने के बाद समस्तीपुर में नेशनल हाईवे 28 और पटना में नेशनल हाईवे 31 को जोड़ा जा सकेगा. इस पुल के बनने के बाद पटना में महात्मा गांधी सेतु और मोकामा में राजेंद्र सेतु पर ट्रैफिक लोड को कम किया जा सकेगा.

पिछले हफ्ते जमुई में बरनार नदी पर बने बेली ब्रिज का एक हिस्सा टूट गया था. जमुई की जिलाधिकारी अभिलाषा शर्मा ने मीडिया से कहा था कि बेली ब्रिज का एक हिस्सा अचानक एक तरफ छह इंच झुक गया. इस पुल का निर्माण पिछले साल पथ निर्माण विभाग ने कराया गया था.

वीडियो: 'IPS अधिकारी' की वर्दी में घूम रहा था 18 साल का लड़का, बिहार में ठगी का अनोखा मामला