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नाबालिग ने खुद के अपहरण का वीडियो बनाया, पिता को इंस्टाग्राम पर भेजा, 30 लाख मांग लिए!

Bihar का मामला, बेटे ने Instagram पर भेजा अपहरण का वीडियो, पुलिस तक पहुंचा मामला. अगले दिन जो हुआ, सबके होश उड़ गए...

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कोतवाली थाना मुंगेर

14 सितंबर को बिहार की मुंगेर पुलिस ने एक मामले का खुलासा किया है. पुलिस के मुताबिक एक नाबालिग ने खुद के झूठे अपहरण की बात घर पहुंचा 30 लाख रुपए की मांग कर दी. मामला मुंगेर के नयारामनगर थाना क्षेत्र का है. जहां के हरदियाबाद इलाके में संजय कुमार गुप्ता अपने परिवार संग रहते हैं. पेशे से LIC एजेंट हैं. बुधवार शाम 5 बजे से उनका नाबालिग बेटा घर नहीं लौटा. परिजनों ने आनन-फानन में रात करीब 8 बजे कोतवाली पहुंच कर लिखित शिकायत दर्ज करवाई. जिसके बाद पुलिस ने खोजबीन शुरू कर दी.

आठ लाख में हुई डील

आजतक के गोविंद कुमार की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने बताया कि नाबालिग के पिता के इंस्टाग्राम पर एक वीडियो आया. इसमें नाबालिग के हाथ बंधे हुए दिख रहे थे. नाबालिग खुद का अपहरण होने की बात कहता दिखाई दे रहा था. वीडियो को देख परिजनों के होश उड़ गए. वीडियो में ही छोड़ने के बदले 30 लाख की फिरौती मांगी गई. परिजनों ने मान मनौव्वल की तो 8 लाख फिरौती की रकम तय हुई.

रात भर खोजते रहे पुलिस और परिजन

वीडियो मैसेज के बाद नाबालिग के परिजन कासिम बाजार थाना गए. लेकिन मामला कोतवाली थाने का होने के कारण कोतवाली जाना पड़ा. 8 बजे के करीब पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी. पुलिस की टीम और परिजन नाबालिग के कई दोस्तों के घर पहुंचे. पूछताछ कर खोजते रहे, लेकिन कहीं कुछ पता नहीं चला. अगले दिन सुबह लड़का खुद कोतवाली पहुंच गया.

लगातार बदल रहा बयान

DSP राजेश कुमार ने बताया कि मामला जैसे ही पुलिस के पास आया. तुरंत टेक्निकल और फिजिकल रूप से जांच शुरू कर दी गई थी. नाबालिग जैसे ही थाने खुद पहुंचा, उससे पूछताछ की गई. नाबालिग ने बताया कि सोमवार को एक मारपीट का वीडियो उसने अपने इंस्टाग्राम से पोस्ट किया था. जिसके बाद दूसरे गुट के 50 से 60 लड़के उसे खोजने लगे. जिसके डर से वह मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बेनीगीर निवासी अपने किसी परिचित के घर चला गया. जहां परिचित के सहयोग से अपना हाथ बंधवाया और अपहरण की बात कहता एक इंस्टाग्राम वीडियो बनवाकर अपने पिता के पास भेजा. जिसके बाद फिरौती की मांग भी इंस्टाग्राम पर करने लगा. DSP ने बताया कि नाबालिग अपना बयान लगातार बदल रहा है. नाबालिग को जेजे बोर्ड को सौंप दिया गया है. पुलिस इस मामले के विभिन्न बिंदुओं पर जांच कर रही है, ताकि मामले की पूरी सत्यता का पता लग सके.

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(ये स्टोरी हमारे साथ इंटर्न कर रहे सचेंद्र प्रताप सिंह ने की है)