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बिहार में फ्लोर टेस्ट: RJD का दावा- "ऑपरेशन लोटस पर भारी पड़ेगा ऑपरेशन लालटेन"

Bihar Floor Test: 11 फरवरी, शाम 5 बजे नीतीश सरकार में मंत्री विजय कुमार चौधरी के घर पर बैठक हुई. बैठक के बाद डिनर भी रखा गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी डिनर में शामिल होंगे.

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नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव अपने-अपने विधायकों का संख्याबल मेंटेन रखने में जुटे हैं. (फाइल फोटो: आजतक)

बिहार में 12 फरवरी को फ्लोर टेस्ट (Bihar Floor Test) होना है. फ्लोर टेस्ट माने सत्ताधारी दल का बहुमत परीक्षण. लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) की राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और जनता दल यूनाइटेड (JDU) और बीजेपी गठबंधन की सरकार अपने-अपने विधायकों को साध रही हैं. कहीं रात्रिभोज का आयोजन हो रहा है, तो कहीं क्रिकेट मैच का. राजद की तरफ से बयान आया कि ऑपरेशन लोटस पर ऑपरेशन लालटेन भारी पड़ेगा. दोनों पार्टियों ने व्हिप जारी कर अपने सभी विधायकों को 12 फरवरी को विधानसभा में मौजूद रहने के लिए कहा है. आइए जानते हैं फ्लोर टेस्ट से एक दिन पहले पार्टियां क्या तैयारी कर रही हैं. 

सत्ता पक्ष में क्या चल रहा है?

आजतक से जुड़े रोहित कुमार सिंह की रिपोर्ट के मुताबिक 11 फरवरी की शाम 5 बजे नीतीश सरकार में मंत्री विजय कुमार चौधरी के घर पर बैठक हुई और बैठक के बाद डिनर भी रखा गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी डिनर में शामिल होंगे. इससे पहले 10 फरवरी को भी जदयू के मंत्री श्रवण कुमार के घर पर लंच का आयोजन करवाया गया था. इस आयोजन में जदयू के 45 में से 39 विधायक पहुंचे थे. 6 विधायकों की गैरमौजूदगी पर पार्टी ने बताया था कि कुछ निजी कारणों के चलते विधायक नहीं पहुंच पाए थे. पार्टी उनके संपर्क में है. 11 फरवरी शाम विजय चौधरी के घर होने वाले डिनर में सभी विधायक शामिल होंगे.

बिहार के डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने कहा,

'वो (RJD) डरे हुए हैं. वो जानते हैं कि उनके विधायक कभी भी उनका साथ छोड़ सकते हैं. क्योंकि वो जानते हैं उनके विधायक वंशवादी और भ्रष्ट राजनीति से तंग आ चुके हैं. विधायकों को कमजोर बनाकर रखना लोकतंत्र को कमजोर करता है.'

वहीं बीजेपी सांसद अजय निषाद ने बताया,

'बहुमत का आंकड़ा काफी नजदीक है इसलिए हमने अपने-अपने विधायकों पर नजर बनाई हुई है. बीजेपी अपने विधायकों से संपर्क में है. बोधगया में उनका दो दिन को प्रशिक्षण है. देश के गृहमंत्री अमित शाह उन्हें संबोधित करेंगे. बीजेपी 365 दिन काम करती है. 15 तारीख सा राष्ट्रीय अधिवेशन है.'

उन्होंने आगे कहा,

'तेजस्वी बोल रहे हैं कि खेला होगा. लेकिन सब क्लियर हो जाएगा. जदयू के कुछ विधायक बीमार थे इसलिए कल वो भोज में नहीं पहुंच पाए थे. जदयू के विधायकों की जिम्मेदारी ललन सिंह और नीतीश कुमार की है. बीजेपी के सारे विधायक साथ हैं.'

केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने भी फ्लोर टेस्ट को लेकर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जो खेला होना था हो गया. अब कोई खेल नहीं बचा है. राजद के लोगों को डर लग रहा है. तेजस्वी यादव ने अपने विधायकों को घर पर कैद कर रखा है. उन्होंने अपने सभी विधायकों के फोन बंद करवा दिए हैं. तेजस्वी के घर ही उन्हें खाना-पीना दिया जा रहा है. असली खेला तो लोकसभा चुनाव के समय होगा.

राजद में क्या माहौल?

आजतक से जुड़े शशि भूषण कुमार की रिपोर्ट के मुताबिक तेजस्वी यादव ने पार्टी के सभी विधायकों को अपने घर पर ठहराया हुआ है. सभी विधायक तेजस्वी यादव के 5 देशरत्न मार्ग वाले आवास पर ठहरे हैं. विधायकों के लिए 100 से ज्यादा खटिया का इंतजाम किया गया था. सभी विधायक पूरी रात तेजस्वी यादव के घर पर ही रुके थे. वहीं पिछले एक हफ्ते से कांग्रेस के 19 में से 16 विधायक हैदराबाद के एक होटल में रुके थे. 11 फरवरी की शाम को वो पटना पहुंचेंगे. यहां से वो विधायक तेजस्वी यादव के घर डिनर पर जाएंगे और रातभर वहीं रुकेंगे.

तेजस्वी यादव के घर चेस खेलते तेज प्रताप और राजद विधायक(फोटो: आजतक)

आजतक से जुड़े रोहित कुमार सिंह की रिपोर्ट के मुताबिक राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने मीडिया से बात करते हुए कहा था,

'हमारे सभी विधायकों ने एक साथ रहने का फैसला किया है. ये सरकार 24 घंटे की मेहमान है. ऑपरेशन लोटस पर ऑपरेशन लालटेन भारी पड़ेगा.'

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क्या गणित है?

बिहार में 243 विधानसभा सीटें हैं. बहुमत के लिए चाहिए 122. बीजेपी और जदयू गठबंधन के पास हैं 128. यानी बहुमत के आंकड़े से 6 ज्यादा. वहीं विपक्षी गठबंधन राजद, कांग्रेस, भाकपा(माले), CPI और CPIM के कुल 114 विधायक हैं.

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