ईरान (Iran attack on israel) ने एक अक्टूबर की देर रात इजरायल की ओर बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं. ईरान ने इस हमले को हिजबुल्लाह के चीफ कमांडर नसरुल्लाह और ईरान -समर्थित मिलिशिया गुटों के नेताओं की मौत का बदला बताया है. ईरान के इस हमले के बाद इजरायल ने ईरान को गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है.
"भारी कीमत चुकानी होगी..."- ईरान के हमले के बाद बोला इजरायल, हमले भी शुरू कर दिए
Iran Israel: Israel के प्रधानमंत्री Benjamin Netanyahu ने कहा कि Iran ने बड़ी गलती की है. और उसे इसकी कीमत चुकानी होगी. वहीं ईजरायली सेना (IDF) के प्रवक्ता डेनियल हगारी ने बताया कि उनके पास पूरी प्लानिंग है. और वे तय समय और जगह पर इसे अंजाम देंगे.
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि ईरान ने बड़ी गलती की है. और उसे इसकी कीमत चुकानी होगी. वहीं इजरायल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने एक्स पोस्ट में कहा,
मैंने सीनियर डिफेंस ऑफिसर्स के साथ कमांड और कंट्रोल सेंटर में शाम बिताई. और इजरायल पर ईरानी मिसाइल हमले को आईडीएफ द्वारा सफलतापूर्वक बचाव करते करीब से देखा. ईरान एक बहुत साधारण सबक नहीं सीख पाया है कि जो इजरायल पर हमला करते हैं, उन्हें भारी कीमत चुकानी पड़ती है.
खबर है कि इजरायल ने जवाबी हमला शुरू भी कर दिया है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, इजरायल ने लेबनान की राजधानी बेरूत के दक्षिणी हिस्से में कम-से -कम पांच हमले किए हैं. जिसमें कई जगहों पर आग लगने की खबरें हैं.
इजरायली सेना (IDF) ने भी इस हमले पर प्रतिक्रिया दी है. इजरायली सेना के प्रवक्ता डेनियल हगारी ने बताया,
ईरान ने इजरायल पर 180 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलों के साथ बड़े पैमाने पर हमला किया. इजरायल के मध्य में कुछ हमले हुए हैं और कुछ हमले राज्य के दक्षिणी हिस्से में हुए. अधिकतर मिसाइलों को इजरायल और यूएस के नेतृत्व वाले सैन्य गठबंधन ने रोक दिया. ईरान का हमला बेहद खतरनाक है. और इसके परिणाम भुगतने होंगे. हमारी डिफेंसिव और अटैकिंग क्षमता अपने उच्चतम स्तर पर है. और हमारे पास प्लान तैयार है. इजरायल सरकार जैसा तय करेगी, हम तय समय और तय जगह पर इसका जवाब देंगे.
डेनियल हगारी ने आगे बताया कि ईरान और उसके सहयोगी 7 अक्तूबर से इजरायल पर हमला कर रहे हैं. ईरान और उसके समर्थक इजरायल का विनाश चाहते हैं. इजरायल की सेना इजरायल के लोगों की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करना जारी रखेगी.
ईरान ने हमला क्यों किया?
ईरान के इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कोर (आईआरजीसी) ने एक बयान में बताया कि ये हमले आईआरजीसी के एक टॉप कमांडर और ईरान-समर्थित मिलिशिया गुटों के नेताओं की हत्या के जवाब में किए गए हैं.
आईआरजीसी ने अपने बयान में हिजबुल्लाह के चीफ हसन नसरुल्लाह और पिछले हफ्ते बेरूत में आईआरजीसी के कमांडर अब्बास नलफोरोशन की मौत का जिक्र किया है. वहीं इस बयान में जुलाई में तेहरान में हमास के पॉलिटिकल विंग के प्रमुख इस्माइल हनिया की मौत का भी जिक्र है. हालांकि इजरायल ने हनिया की मौत की जिम्मेदारी नहीं ली है. लेकिन माना जाता है कि इसके पीछे इजरायल का ही हाथ था.
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