कर्नाटक में एक महिला को अपने 4 साल के बेटे की हत्या के आरोप में गिरफ़्तार किया गया है. आरोप है कि महिला ने गोवा के एक होटल में बेटे की हत्या की. हत्या के बाद शव को बैग में लेकर कर्नाटक जा रही थी, तभी पुलिस ने एक जाल बिछाया और उसे पकड़ लिया. 39 साल की इस महिला का नाम सूचना सेठ है और ये बेंगलुरु में एक स्टार्ट-अप की फाउंडर और सीईओ हैं. आखिर महिला ने ऐसा क्यों किया है इसे लेकर अब जानकारी सामने आई है (Bengaluru CEO kills 4-year-old son in Goa).
बेंगलुरु की महिला CEO ने अपने 4 साल के बेटे को क्यों मार डाला? वजह जान दिल हिल जाएगा
Bengaluru में एक टेक कंपनी की महिला सीईओ ने अपने ही 4 साल के मासूम बेटे की कथित तौर पर हत्या कर दी. फिर शव को बैग में डालकर भाग गई. कैसे खुला केस? कैसे पुलिस ने पकड़ा? और क्यों महिला ने ऐसा काम किया था?
इंडिया टूडे से जुड़े अरविंद ओझा की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ आरोपी महिला नहीं चाहती थी कि उसका पूर्व पति बेटे से मिल पाए. इसीलिए उसने कथित तौर पर मुलाक़ात से एक दिन पहले बेटे की हत्या कर दी. ओझा के मुताबिक दोनों की शादी 2010 में हुई थी. बेटे का जन्म 4 साल पहले साल 2019 में हुआ था. लेकिन, पति-पत्नी के बीच 2020 में झगड़ा हुआ. विवाद इतना बढ़ा कि मामला कोर्ट पहुंच गया और दोनों के बीच तलाक हो गया.
कोर्ट ने आदेश दिया कि सूचना सेठ का पूर्व पति हर रविवार को अपने बेटे से मिल सकता है. पुलिस के मुताबिक लेकिन, आरोपी महिला नहीं चाहती थी कि उसका पूर्व पति, बेटे से मिले. इसीलिए वो परेशान हो गई और उसने अपने बेटे की हत्या कर दी. महिला शनिवार, 6 जनवरी को बेटे को लेकर गोवा गई एक होटल में रुकी. आरोप है कि इसी दौरान होटल में बेटे की हत्या कर दी.
पुलिस के मुताबिक सोमवार, 8 जनवरी को होटल के हाउसकीपिंग स्टाफ को सफाई के दौरान महिला के रूम के बाहर खून के धब्बे दिखे. होटल स्टाफ ने पुलिस को कॉल किया. पता लगा कि आरोपी महिला सूचना सेठ होटल से ही टैक्सी बुक करके कर्नाटक निकल गई. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले. फुटेज में पता चला कि सुबह जब महिला होटल से बाहर निकली, तो उसका बेटा उसके साथ था ही नहीं.
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महिला तक कैसे पहुंची पुलिस?गोवा के कालंगट पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर परेश नायक ने बताया,
"होटल वालों ने ही आरोपी महिला को कर्नाटक जाने के लिए टैक्सी करवाई थी. हमने टैक्सी ड्राइवर को फोन किया और सूचना सेठ से बात कराने के लिए बोला. बेटे के बारे में पूछने पर उन्होंने दोस्त के यहां अपने बेटे को छोड़ने की बात कही. दोस्त का पता मांगने पर उन्होंने पता तो दिया, लेकिन पता फेक निकला."
नायक ने बताया कि इसके बाद उन्होंने ड्राइवर को दोबारा फोन किया, स्थानीय कोकणी में बात की और पास के किसी भी पुलिस स्टेशन में गाड़ी ले जाने को कहा. टैक्सी ड्राइवर ने चित्रदुर्ग ज़िला पहुंचते ही अइमंगला पुलिस स्टेशन में कार रोक दी. पुलिस का शक सही निकला और जांच के दौरान सूचना के बैग से बच्चे का शव बरामद हुआ.
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