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तीन कॉलेजों में बम रखने का ईमेल आया, ईमेल आईडी BJP नेता की निकली, जांच जारी

BJP नेता के Email में दावा किया गया कि कॉलेजों के कैम्पस में हाइड्रोजन-आधारित IED रखा गया है. इस ख़बर से पूरे कैम्पस में दहशत फैल गई. अब तक जांच में क्या-क्या पता चला?

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3 इंजीनियरिंग कॉलेजों में बम मिलने की धमकी. (प्रतीकात्मक तस्वीर - PTI)

कर्नाटक के बेंगलुरु में तीन इंजीनियरिंग कॉलेजों में बम की धमकी वाले Email मिलने का मामला सामने आया है. ये Email तमिलनाडु के एक BJP नेता के अकाउंट से भेजे गए. Email में दावा किया गया कि कैम्पस में हाइड्रोजन-आधारित IED रखा गया है. इस ख़बर से पूरे कैम्पस में दहशत फैल गई. हालांकि, जब पुलिस ने जांच की, तो ये धमकियां झूठी नज़र आईं. पुलिस ने कहा कि केस दर्ज कर लिया गया है.

BMS कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग, बैंगलोर इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी और MS रामैया इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी. इन तीनों कॉलेजों को दोपहर करीब 1 बजे Email मिला था. द हिंदू की ख़बर के मुताबिक़, जैसे ही पुलिस को ख़बर मिली, तीनों जगहों पर बम का पता लगाने और उसे नष्ट करने वाले दस्ते और डॉग स्क्वॉड को तैनात किया गया. जांच-पड़ताल की गई, तो पता चला कि ये धमकियां फेक थीं.

Email में क्या था?

Email कथित तौर पर तमिलनाडु के BJP नेता SV शेखर के Email अकाउंट से किया गया. वो एक पॉपुलर एक्टर और पूर्व विधायक भी हैं. शेखर के Email में दावा किया गया,

तमिलनाडु की DMK पार्टी से जुड़े नेता जाफर सादिक मामले से मीडिया का ध्यान हटाने के लिए कुछ चुनिंदा कॉलेजों में बम रखे गए हैं. तमिलनाडु के DGP शंकर जीवाल ने कोयंबटूर में पाकिस्तानी ISI सेल के साथ मिलकर चुनिंदा कॉलेजों में इस ऑपरेशन को अंजाम दिया है.

Email में कॉलेजों से ये भी कहा गया कि वो अलर्ट करते समय उनके (SV शेखर) या IPS अधिकारी वी बालाकृष्णन की संलिप्तता (Involvement) का ज़िक्र ना करें.

एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है. केस दर्ज कर लिया गया है. Email को भेजने के लिए इस्तेमाल किए गए सिस्टम के IP एड्रेस को ट्रैक करने की कोशिश की जा रही है.

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बसवनगुडी स्थित BMS कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग के प्रिंसिपल भीमशा ने द हिंदू को बताया,

जैसे ही Email मिला, हमने बसवनगुडी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई. छात्रों को तुरंत कॉलेज से बाहर निकाला गया. बाद में कोई बम नहीं मिला. ये एक फ़र्ज़ी धमकी वाला Email निकला.

वहीं, बैंगलोर इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी के वाइस प्रिंसिपल जे. प्रकाश ने बताया,

Email कहां से भेजे गए, पुलिस इसकी जांच कर रही है. हमने अपने कॉलेज में मेटल डिटेक्टर लगाने समेत सभी ज़रूरी सुरक्षा उपाय किए हैं. 

उन्होंने कहा कि छात्रों को चिंता करने की ज़रूरत नहीं है.

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