पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में कथित विद्रोहियों के दो अलग-अलग हमलों में कम से कम आठ लोग मारे गए और 17 घायल हो गए. इस दौरान तीन लोगों का अपहरण कर लिया गया. पाकिस्तान के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने हमले की निंदा की है.
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में फिर हमले, पहचान पत्र देखकर लोगों को गोलियों से भून दिया
क्वेटा के बारेच मार्केट क्षेत्र में 27 मार्च को पुलिस की गाड़ी के पास बम विस्फोट हुआ. इसमें दो लोगों की मौत हो गई और 17 घायल हो गए. इससे पहले ग्वादर जिले में 26 मार्च को विद्रोहियों ने छह बस यात्रियों की गोली मारकर हत्या कर दी. इसके अलावा तीन बस यात्रियों का अपहरण भी कर लिया.

क्वेटा के बारेच मार्केट क्षेत्र में 27 मार्च को पुलिस की गाड़ी के पास बम विस्फोट हुआ. इसमें दो लोगों की मौत हो गई और 17 घायल हो गए. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंद ने कहा कि एक मोटरसाइकिल में IED छिपाकर रखा गया था, जो वहां खड़े पुलिस की एक गाड़ी के पास फट गया. घायलों को सरकारी हॉस्पिटल ले जाया गया. उनमें से चार लोगों की हालत गंभीर है.
इससे पहले ग्वादर जिले में 26 मार्च को विद्रोहियों ने छह बस यात्रियों की गोली मारकर हत्या कर दी. इसके अलावा तीन बस यात्रियों का अपहरण भी कर लिया.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) हफीज बलूच ने बताया कि यह हमला 26 मार्च की देर रात ग्वादर में हुआ. बस ओरमारा राजमार्ग पर कलमत क्षेत्र के पास ग्वादर से कराची जा रही थी. उन्होंने बताया कि पांच यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक अन्य ने अस्पताल में दम तोड़ दिया. SSP ने बताया कि सभी पीड़ित पंजाब प्रांत के थे. हफीज बलूच ने कहा,
“बंदूकधारी लोगों ने यात्रियों का पहचान-पत्र देखकर छह यात्रियों की हत्या कर दी और तीन अन्य को अपने साथ ले गए.”
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राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने बलूचिस्तान में हुए हमले की आलोचना की. उन्होंने कहा कि आतंकवादी देश के विकास और बलूचिस्तान की समृद्धि के दुश्मन हैं. वहीं, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने यात्री बस पर हमले की निंदा की. उन्होंने अधिकारियों को जांच करने के साथ ही जिम्मेदार लोगों पर मुकदमा चलाने का निर्देश दिया. फिलहाल किसी भी समूह ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है.
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