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कौन है बाबा सिद्दीकी हत्याकांड का 'मास्टरमाइंड' जीशान अख्तर?

जेल में रहते हुए जीशान अख्तर ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग मेंबर्स से संपर्क स्थापित किया था. गैंग ने ही कथित तौर पर उसे बाबा सिद्दीकी की हत्या का काम दिया था.

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बाबा सिद्दीकी की हत्या के दौरान अख्तर मुंबई में ही था. माना ये भी जा रहा है कि उसने पूरी घटना को रियल टाइम में मैनेज किया है. (फोटो- इंडिया टुडे)

महाराष्ट्र पुलिस बाबा सिद्दीकी के मर्डर (Baba Siddique Murder) में शामिल ‘मास्टरमाइंड’ मोहम्मद जीशान अख्तर समेत दो अन्य संदिग्धों की तलाश कर रही है. मामले में अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. लेकिन आरोपी मास्टरमाइंड के साथ-साथ कई अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं. बाबा सिद्दीकी के मर्डर की जिम्मेदारी कथित तौर पर लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली है.

मुंबई में हुए मर्डर केस में 19 वर्षीय धर्मराज राजेश कश्यप और 23 वर्षीय गुरमेल बलजीत सिंह को घटनास्थल पर ही पकड़ लिया गया था. बाद में पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिय. तीसरे हमलावर प्रवीण लोनकर को एक सोशल मीडिया पोस्ट के बाद पकड़ा गया. प्रवीण के भाई शुभम ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की ओर से हत्या की जिम्मेदारी लेने की बात कही थी. इंडिया टुडे से जुड़े अरविंद ओझा और ओमकार वाबले की रिपोर्ट के मुताबिक मामले में शिव नाम का एक आरोपी और हत्या के पीछे कथित मास्टरमाइंड मोहम्मद जीशान अख्तर अभी भी फरार है.

जून 2024 में रिहा हुआ था जीशान

रिपोर्ट के मुताबिक जालंधर का रहने वाला मोहम्मद जीशान अख्तर पहले भी कई मामलों में गिरफ्तार किया जा चुका है. आखिरी बार उसे साल 2022 में गिरफ्तार किया गया था. पटियाला जेल से उसे जून 2024 में रिहा किया गया था. जीशान अख्तर पर पंजाब में हत्या, हत्या के प्रयास और डकैती सहित कई अन्य मामलों में आरोप नत्थी हैं. पंजाब पुलिस के रिकॉर्ड के अनुसार डोजियर से पता चला है कि अख्तर का लॉरेंस बिश्नोई गैंग से संबंध है. वो पुणे के गैंगस्टर सौरभ महाकाल से भी जुड़ा हुआ है. महाकाल को मुंबई पुलिस ने एक्टर सलमान खान के पिता सलीम खान को भेजे गए धमकी भरे पत्र के सिलसिले में पूछताछ के लिए तलब किया था.

डेरा संप्रदाय की रेकी की थी

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार डोजियर से ये भी पता चला है कि अख्तर ने लॉरेंस बिश्नोई के करीबी सहयोगी विक्रम बराड़ के निर्देशों पर पंजाब में डेरा संप्रदाय के दो अनुयायियों की रेकी की थी. पंजाब पुलिस के सूत्रों ने इंडिया टुडे टीवी को बताया है कि अख्तर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई से एक ऐप के जरिए सीधे संपर्क करता था. डोजियर से ये भी पता चला है कि सौरभ महाकाल कई बार पंजाब में अख्तर के घर जा चुका है.

हत्या के दौरान अख्तर मुंबई में ही था

रिपोर्ट ये भी बताती है कि जेल में रहते हुए अख्तर ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग मेंबर्स से संपर्क स्थापित किया था. गैंग ने ही कथित तौर पर उसे बाबा सिद्दीकी की हत्या का काम दिया था. 7 जून को जेल से रिहा होने के बाद अख्तर सिद्दीकी हत्याकांड के एक आरोपी गुरमेल से मिलने के लिए हरियाणा के कैथल गया था. उससे मुलाकात के बाद अख्तर ने गुरमेल, धर्मराज और शिव के लिए मुंबई में रहने की व्यवस्था की थी.

सूत्रों के अनुसार बाबा सिद्दीकी की हत्या के दौरान अख्तर मुंबई में ही था. माना ये भी जा रहा है कि उसने पूरी घटना को रियल टाइम में मैनेज किया है. उसकी आखिरी लोकेशन मुंबई पाई गई है, पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है.

बता दें कि 12 अक्टूबर की रात बाबा सिद्दीकी को उनके ऑफिस के पास कई गोलियां मारी गईं. ये घटना उस समय हुई जब बाबा सिद्दीकी अपने बेटे जीशान सिद्दीकी के दफ्तर से बाहर निकल रहे थे. उन्हें तुरंत लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

वीडियो: Y Security के बीच भी हत्यारे Baba Siddique तक कैसे पहुंच गए?