महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और NCP (अजित पवार गुट) के सीनियर नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या (Baba Siddique Murder) में कथित तौर पर शामिल दो लोगों को पुलिस ने गिरफ़्तार किया है. जबकि तीसरा आरोपी अभी भी फरार चल रहा है. पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों की तस्वीर (Baba Siddique Murder accused image) भी जारी की और बताया कि दोनों को भरी हुई मैगजीन के साथ पकड़ा गया है. आरोपियों में एक उत्तर प्रदेश और दूसरा हरियाणा का रहने वाला है. मामले पर महाराष्ट्र्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा है कि सभी आरोपियों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की जाएगी. वहीं, विपक्षी नेता शरद पवार और उद्धव ठाकरे ने इस घटना को लेकर सरकार पर सवाल उठाए हैं.
बाबा सिद्दीकी का मर्डर करने वालों का फोटो जारी, भरी मैगजीन के साथ पकड़े गए, कहां के निकले दोनों?
Baba Siddique Murder: Maharashtra के CM Eknath Shinde ने आरोपियों के ख़िलाफ सख़्त कार्रवाई करने की बात कही है. लेकिन विपक्ष इस घटना को लेकर सरकार पर हमलावर है. बाबा सिद्दीकी की हत्या पर शरद-उद्धव गुट ने सवाल उठाए हैं.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक़, गिरफ़्तार आरोपियों के नाम गुरमेल सिंह (हरियाणा का रहने वाला) और धर्मराज कश्यप (उत्तर प्रदेश का रहने वाला) है. बताया गया कि आरोपियों ने हमला करने के लिए कवर के तौर पर पटाखों का इस्तेमाल किया था. दशहरा के मौक़े पर बाबा सिद्दीकी अपने बेटे और विधायक जीशान सिद्दीकी के दफ़्तर के बाहर पटाखे फोड़ रहे थे. तभी उन्हें गोली मारी गई. पुलिस ने घटनास्थल से तीन गोलियों के खोल भी बरामद किए हैं.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने क्या-क्या बताया?इस हमले पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा है कि कोई भी कानून और व्यवस्था अपने हाथ में नहीं ले सकता. ज़िम्मेदार लोगों पर सख़्त कार्रवाई होगी. वहीं, प्रदेश के दोनों उपमुख्यमंत्रियों देवेंद्र फडनवीस और अजीत पवार के भी बयान आए हैं. अजीत पवार ने एक अच्छा सहयोगी और दोस्त खोने की बात कही. उनका कहना है कि हमले के पीछे के मास्टरमाइंड का भी पता लगाया जाएगा. वहीं, देवेंद्र फडनवीस भी घटना का जायजा लेने लीलावती हॉस्पिटल पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि घटना की गहन जांच की जाएगी.
इस हमले पर विपक्ष की भी तीखी प्रतिक्रिया आई है. NCP(SP) चीफ़ शरद पवार ने इसे लेकर X पर एक पोस्ट किया. इस पोस्ट में उन्होंने घटना पर दुख जताया और लिखा,
प्रदेश की ध्वस्त कानून व्यवस्था चिंता का विषय है. देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में ये हो जाना दुखद है. अगर सरकार राज्य की गाड़ी को इतनी नरमी से आगे बढ़ाएगी, तो ये आम लोगों के लिए खतरे की घंटी हो सकती है. इसकी न सिर्फ़ जांच करने की जरूरत है, बल्कि ज़िम्मेदारी स्वीकार कर सत्ता में बैठे लोगों को पद छोड़ने की भी ज़रूरत है.
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उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना यानी शिवसेना (UBT) के प्रवक्ता आनंद दुबे का कहना है,
मुंबई में पूर्व विधायक सुरक्षित नहीं हैं. अगर सरकार के नेता सुरक्षित नहीं, तो ये सरकार आम लोगों की सुरक्षा कैसे करेगी? क्या ये कानून व्यवस्था है? अगर सुरक्षा नहीं कर सकते, तो गृह मंत्री देवेंद्र फडनवीस और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को इस्तीफ़ा दे देना चाहिए. उन्हें इस पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं. अपराधियों को कोई डर ही नहीं है.
वहीं, NCP(SP) की सांसद सुप्रिया सुले ने भी घटना पर दुख जताया और कहा कि ये एक और घटना है, जो पुणे या मुंबई में कानून व्यवस्था की दुर्दशा को दर्शाती है.
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