गैंगस्टर से राजनेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ (Atique Ahmed Ashraf Murder) की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई. मौके पर पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया. इनके नाम लवलेश तिवारी, अरुण मौर्य और सनी (Lavlesh Tiwari, Arun Maurya, Sunny) है. कोर्ट ने अतीक-अशरफ के तीनों हमलावरों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है.
'पुलिसवाले की हत्या, दर्जनों मुकदमे', अतीक के 'हत्यारों' की तगड़ी क्रिमिनल हिस्ट्री निकली है!
'तीनों को बड़ा माफिया बनना है.'
इन तीनों आरोपियों की अच्छी-खासी क्रिमिनल हिस्ट्री है. तीनों ने पुलिस को बताया भी है कि वो बड़ा माफिया बनना चाहते हैं, इसलिए अतीक और अशरफ की हत्या की है.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, लवलेश तिवारी बांदा का रहने वाला है. लवलेश के परिवार ने खुद बताया है कि कुछ साल पहले लवलेश ने चौराहे पर एक लड़की को थप्पड़ मार दिया था. इस थप्पड़ का केस अभी तक चल रहा है. इस मामले में लवलेश जेल जा चुका है और फिलहाल जमानत पर बाहर है. लवलेश के परिवार ने ये भी बताया कि वो नशा करता है.
जानकारी के मुताबिक, अरुण मौर्य कासगंज का रहने वाला है. वो 6 साल से घर से बाहर था. इसके पहले उसके ऊपर GRP थाने में पुलिसवाले की हत्या करने का आरोप है. वहीं सनी हमीरपुर का रहने वाला है. सनी के खिलाफ 14 मुकदमें दर्ज हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये तीनों आरोपी अलग-अलग मामलों में जेल जा चुके हैं.
शुरुआती पूछताछ में पता चला कि तीनों का गैंगस्टर बनने का सपना है, इसलिए उन्होंने अतीक और अशरफ को मारने का प्लान बनाया था. हालांकि, पुलिस इनके बयानों को अभी सही नहीं मान रही है. पुलिस का कहना है कि तीनों के बयानों में विरोधाभास है. पुलिस और जांच कर रही है.
इससे पहले, 15 अप्रैल की रात को गैंगस्टर से राजनेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या कर दी गई. पुलिस दोनों का मेडिकल करा कर वापस ले जा रही थी. हत्या से ठीक पहले दोनों मीडिया से बात कर रहे थे. इसी दौरान तीन लोगों ने दोनों पर 40 सेकेंड में 18 राउंड गोलियां फायर कीं. तीनों आरोपी गोलीबारी के बाद धार्मिक नारे लगा रहे थे. इन तीनों से पुलिस की पूछताछ जारी है.
वीडियो: अतीक अहमद की हत्या पर अखिलेश यादव ने क्या बड़ा बयान दिया है?