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अशोक चव्हाण BJP में शामिल हुए, साथ में और कौन-कौन दल बदल सकता है? 'लिस्ट' लंबी है

Ashok Chavan के BJP में शामिल होने के बाद Maharashtra में Congress के कई और नेताओं के नाम पर चर्चा होने लगी है. अटकलें लगाई जा रही हैं कि राज्य में बड़े पैमाने पर विधायकों का फेरबदल हो सकता है. हालांकि, कांग्रेस का कहना है कि उसके सभी MLA एकजुट हैं.

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भाजपा में शामिल होंगे अशोेक चव्हाण. (तस्वीर साभार: PTI)

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था. अब 13 फरवरी को मुबंई में उन्होंने BJP का दामन थाम लिया है (Ashok Chavan joined BJP). इसके बाद कई और विधायकों के कांग्रेस छोड़ने की संभावना जताई जा रही है. मिलिंद देवड़ा (Milind Deora) और बाबा सिद्दीकी (Baba Siddique) ने पहले ही कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है. लोकसभा चुनाव 2024 के पहले इस तरह के फेरबदल को कांग्रेस के लिए पिछले कुछ वर्षों में सबसे बड़ा झटका बताया जा रहा है.

हिंदुस्तान टाइम्स से जुड़े फैसल मलिक की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि राज्य में बड़े पैमाने पर विधायकों का फेरबदल हो सकता है. 

चव्हाण नांदेड़ क्षेत्र से विधायक हैं. दो बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे हैं. 2015 से 2019 तक महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे. चव्हाण की गिनती महाराष्ट्र में कांग्रेस के सबसे प्रभावशाली नेताओं में की जाती है. उनके इस्तीफे के बाद विधान परिषद के पूर्व सदस्य अमरनाथ राजुरकर ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद लगभग 18 विधायकों के नाम चर्चा में हैं. इनमें नांदेड़ क्षेत्र से जितेश अंतापुरकर, मोहन हंबार्डे और माधवराव पवार, लातूर से अमित देशमुख और धीरज देशमुख और विजय वडेट्टीवार शामिल हैं.

इस बीच, बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी और असलम शेख के NCP में शामिल होने की अफवाह भी उड़ी. उन्होंने सोशल मीडिया पर इन अफवाहों का खंडन किया है. विजय वडेट्टीवार ने भी इस्तीफे की खबर का खंडन किया है. पलुस-काडेगांव से कांग्रेस विधायक विश्वजीत कदम ने भी अपने इस्तीफे की खबर को झूठ बताया है.

Congress सक्रिय हुई

अशोक चव्हाण के इस्तीफे के बाद पार्टी की राज्य इकाई हरकत में आ गई है. 14 फरवरी को सभी विधायकों की बैठक बुलाई गई है. बालासाहेब थोराट और पृथ्वीराज चव्हाण जैसे वरिष्ठ नेताओं ने दावा किया है कि राज्य में सारे विधायक उनके संपर्क में हैं. दावा ये भी किया गया कि विधायकों ने पार्टी का साथ देने का आश्वासन दिया है. पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि उनके विधायक कहीं नहीं जा रहे हैं. उन्होंने BJP पर गलत सूचना फैलाने का आरोप भी लगाया है.

कांग्रेस के पूर्व राज्यसभा सांसद संजय निरुपम ने चव्हाण के इस्तीफे का कारण बताया है. उन्होंने दावा किया कि चव्हाण महाराष्ट्र के एक नेता के वर्किंग स्‍टाइल से परेशान थे. संजय निरुपम ने कहा कि अगर चव्हाण की शिकायतों पर ध्यान दिया गया होता तो वो इस्तीफा नहीं देते.

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अशोक चव्हाण के इस्तीफे के बाद अगर उनके संपर्क में रहने वाले विधायक क्रॉस वोटिंग करते हैं तो पार्टी को राज्यसभा की सीट गंवानी पड़ सकती है. कांग्रेस के पास अब विधानसभा में 43 विधायक हैं और राज्यसभा के लिए उम्मीदवार निर्वाचित करने के लिए पार्टी को 41 या 42 विधायकों की जरूरत है.