अरविंद गुजराती थिएटर स्पेस में एक रिस्पेक्टेड नाम थे. एक्टिंग के अलावा उन्होनें बहुत से प्ले डायरेक्ट भी किए. परेश रावल ने भी उनकी मृत्यु पर शोक जताया. ट्वीट किया,
भारतीय रंगमंच को बहुत बड़ी क्षति हुई है. बहुत दुख के साथ हम जाने-माने एक्टर श्री अरविंद जोशी को अलविदा कहते हैं. एक स्टलवार्ट, एक बहुमुखी अभिनेता, एक निपुण थीस्पियन, ये वो शब्द हैं जो उनकी परफॉरमेंस को याद करते हुए मेरे दिमाग में आते हैं. शरमन जोशी और उनके पूरे परिवार के साथ मेरी संवेदना है. ओम शांति.
अरविंद ने गुजराती थिएटर के साथ गुजराती फिल्मों में भी काम किया. कुछ हिंदी फिल्मों में भी काम किया. जिनमें से ‘शोले’ और ‘अपमान की आग’ प्रमुख थी. ‘शोले’ में उन्होंने ठाकुर बने संजीव कुमार के बेटे का रोल किया था. जिसकी गब्बर सिंह हत्या कर देता है. एक्टिंग से पहले अरविंद ने असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर भी काम किया था. 1969 में आई राजेश खन्ना की फिल्म ‘इत्तेफाक’ में वे सेकेंड यूनिट डायरेक्टर थे. उनके परिवार के अधिकांश लोग एक्टिंग की दुनिया से वास्ता रखते हैं. कुछ फिल्मों में एक्टिव रहे तो बाकी थिएटर में. ‘3 इडियट्स’, ‘गोलमाल’, ‘फरारी की सवारी’ और ‘रंग दे बसंती’ जैसी फिल्मों में काम कर चुके एक्टर शरमन जोशी उनके बेटे हैं. शरमन ने अपने करियर की शुरुआत 1999 में आई फिल्म ‘गॉडमदर’ से की थी.

एक्टर शरमन जोशी के पिता थे अरविंद जोशी. फोटो - फेसबुक
शरमन के साथ-साथ उनकी बहन मानसी जोशी भी एक्टर हैं. टीवी पर ज़्यादा काम करती हैं. उन्होंने आगे चलकर एक्टर रोहित रॉय से शादी की. बता दें कि अरविंद जोशी की डेथ के कारण पर उनकी फैमिली की तरफ से कोई ऑफिशियल स्टेटमेंट नहीं आया है.