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आरिफ का सारस बदल गया, कानपुर चिड़ियाघर के डायरेक्टर की बातों पर यकीन नहीं होगा

आरिफ को देखकर ही उछलने लगा था उनका दोस्त सारस. अब क्या हाल है?

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आरिफ और सारस. (फाइल फोटो)

आरिफ और सारस. दोनों के बीच तमाम कहानियां बुनी गईं. दोस्ती की भी. बिछड़ने की भी. राजनीति की भी. सारस को कानपुर चिड़िया घर में रखा गया. क्वारंटीन पीरियड चलाया गया ताकि सारस अपने दोस्त आरिफ को भूल जाए. क्वारंटीन पीरियड खत्म होते ही आरिफ सारस से मिलने पहुंचे. सारस आरिफ को देखकर पिंजरे में ही कूदने लगा. वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. अब एक और ख़बर आई है. कानपुर चिड़ियाघर के डायरेक्टर कृष्ण कुमार सिंह का कहना हैकि आरिफ का सारस बदल गया है.

दी लल्लनटॉप के हिमांशु तिवारी ने कृष्ण कुमार सिंह से बात की. उन्होंने बताया,

'पहले सारस सिर्फ पका हुआ खाना खाता था. जैसे कि दाल-चावल, मैगी वगैरह. लेकिन अब उसके रवैये में बदलाव आया है. वह रॉ फूड भी खाता है. जैसे कि चावल, दाल, धनिया, पालक वगैरह. उसने बर्तन पर रखे गए खाने को उठाना शुरू कर दिया है. उसे पहले हाथ से खाना खिलाना पड़ता था. बाकी वह मील वॉर्म भी खाता है.'

क्या सारस का व्यवहार अभी भी क्वारंटीन पीरियड से पहले वाला ही है? इस सवाल पर केके सिंह कहते हैं,

'ऐसा लगता है कि सारस ने जन्म के साथ इंसानों को ही अपने पास पाया है. वह यहां पर किसी स्वीपर को भी देखता है तो वैसे ही उछलने लगता है.'

बता दें कि अमेठी जिले के मंडका गांव के रहने वाले आरिफ और सारस की दोस्ती बहुत मशहूर हुई थी. फरवरी में यह मामला सुर्खियों में आया. आरिफ के मुताबिक, यह सारस उन्हें खेतों में जख्मी हालत में मिला था. उन्होंने उसका घर में ही इलाज किया. इसके बाद से सारस आरिफ के साथ रहने लगा. जब इन दोनों की दोस्ती के वीडियोज सोशल मीडिया पर वायरल हुए तो समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव आरिफ से मिलने पहुंचे.

तस्वीरें वायरल हुईं. कुछ वक्त बाद समसपुर पक्षी विहार की टीम सारस को लेने पहुंची तो हंगामा शुरू हुआ. सारस को ले जाया गया. जहां से वह लापता हो गया. खबर सामने आते ही खोजबीन शुरू की गई. आरिफ का दोस्त सारस 'बी सैया' नाम के गांव में मिला. अखिलेश यादव ने इस पर ट्वीट किया. लिखा,

'यूपी के पक्षी प्रेमी बी सैया नाम के गांव को बहुत धन्यवाद. जिन्होंने सारस को बचाया, खिलाया-पिलाया और वो काम करके दिखाया जिसमें यूपी सरकार नाकाम रही.'

मामले पर राजनीति तेज हुई. सारस को कानपुर चिड़ियाघर ले जाया गया. फिर अखिलेश यादव आरिफ के साथ सारस को देखने पहुंचे. हालांकि, तब उन्हें सारस सीसीटीवी के जरिए दिखाया गया था.

24 मार्च को यूपी के गौरीगंज रेंज के वन विभाग अधिकारी ने आरिफ के नाम नोटिस जारी किया. केस दर्ज करने की जानकारी देते हुए वन विभाग ने आरिफ से 2 अप्रैल तक अपना बयान दर्ज कराने को कहा. नोटिस में बताया गया था कि आरिफ ने वन्यजीवन संरक्षण अधिनियम, 1972 का उल्लंघन किया है, और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. दी लल्लनटॉप से बातचीत में आरिफ ने बताया था, ‘हमें दूसरा नोटिस जारी किया गया था. इसमें कहा गया था कि सभी अधिकारी न्यायालय के कामों में व्यस्त हैं. इस वजह से आप अभी मत आइए. जब भी जरूरत होगी, आपको बुला लिया जाएगा.’

वीडियो: सारस जब आरिफ से मिला तो कैसा था उसका रिएक्शन, आरिफ ने खुद बताया