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'मुसलमानों और यादवों की आबादी बढ़ाकर बताई गई', अमित शाह के बयान पर बिहार में हंगामा हो गया!

शाह के बयान का विरोध करते हुए बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर सर्वे गलत है तो वे पूरे देश में जातीय जनगणना करा लें.

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शाह ने दावा किया कि लोकसभा चुनाव में BJP बिहार की सभी 40 सीटें जीतेगी. (फ़ोटो-आजतक)

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार सरकार की जातीय गणना की रिपोर्ट पर सवाल उठाया है. शाह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लालू यादव पर आरोप लगाते हुए कहा है कि OBC और EBC समाज को पीछे रखने के लिए मुस्लिम और यादव की आबादी को बढ़ाकर दिखाया गया है. अमित शाह 5 नवंबर को बिहार के मुजफ्फरपुर में एक रैली को संबोधित कर रहे थे. रैली में उन्होंने बिहार सरकार की रिपोर्ट को छलावा बताया. उनके इस बयान का विरोध करते हुए बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर सर्वे गलत है तो पूरे देश में जातीय जनगणना करा लें.

अमित शाह के क्या आरोप हैं?

न्यूज एजेंसी PTI की रिपोर्ट के मुताबिक़, अमित शाह ने कहा कि राज्य में जाति सर्वे कराने का निर्णय तब लिया गया था, जब नीतीश कुमार की JD(U), NDA का हिस्सा थी. शाह ने आरोप लगाया कि जातिगत गणना कराना 2024 और 2025 के चुनाव के बड़ा सियासी कार्ड था. उन्होंने कहा कि BJP ने इसका समर्थन किया था लेकिन इसमें लालू प्रसाद के दबाव में मुसलमानों और यादवों की आबादी बढ़ा-चढ़ाकर कर दिखाई गई है. ऐसा कर अति पिछड़ा समाज के साथ अन्याय किया गया है.

विपक्षी ‘INDIA’ गठबंधन पर हमला करते हुए -- जिसमें JD(U) और RJD दोनों प्रमुख सदस्य हैं, शाह ने आरोप लगाया कि इस गुट का एकमात्र एजेंडा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विरोध करना है. उन्होंने कहा, 

“नीतीश कुमार को अगला प्रधानमंत्री बनने का सपना देखना बंद कर देना चाहिए. INDIA गठबंधन ने उन्हें अपना संयोजक तक नहीं बनाया. JD(U) नेता राज्य में 'गुंडाराज' के लिए जिम्मेदार हैं.”

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लालू प्रसाद पर भी आरोप लगाए 

RJD सुप्रीमो लालू यादव पर भी हमला बोलते हुए शाह ने कहा,

"RJD और JD(U) जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने के समर्थन में नहीं थे. उन्होंने कहा था कि अगर धारा 370 हटाई गई तो खून की नदियां बहेंगी. लालू जी, खून की नदियां तो छोड़िए, किसी में कंकड़ फेंकने की हिम्मत नहीं हुई.”

नीतीश कुमार और लालू यादव पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि ये परिवार की दुकान चलाने वाले लोग हैं, एक प्रधानमंत्री बनना चाहता है और दूसरा अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहता है. रैली में शाह ने ये भी दावा किया कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में BJP बिहार की सभी 40 सीटें जीतेगी.

तेजस्वी यादव ने जवाब दिया

बिहार के उपमुख्यमंत्री और RJD नेता तेजस्वी यादव ने यादवों और मुसलमानों की आबादी पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान की आलोचना की. शाह पर निशाना साधते हुए तेजस्वी यादव ने कहा,

''मैंने अमित शाह का बयान सुना. उन्होंने कहा कि जाति आधारित सर्वे में यादव और मुसलमानों की आबादी बढ़ी है और अन्य समुदायों की आबादी घटी है. मैं कहना चाहता हूं कि अगर सर्वे गलत है तो पूरे देश में जातीय जनगणना करा लें. आपको किसने रोका है? आप ऐसा क्यों नहीं कर रहे?"

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JD(U) ने भी पलटवार किया

JD(U) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भी शाह से मांग कर दी कि वे देश भर में जाति जनगणना करवा लें. सिंह ने दावा किया कि अमित शाह मंच पर लोगों से समर्थन की अपील कर रहे थे लेकिन जनसभा में मौजूद लोग भी उनका साथ नहीं दे रहे थे. उन्होंने कहा,

“अमित शाह ने बिहार की जातिगत जनगणना पर सवाल खड़े किए हैं. अगर बिहार की जातिगत जनगणना सही नहीं है तो अमित शाह एलान करें कि 6 महीने में देश में जातीय जनगणना कराएंगे. ऐसा करके वो बिहार की जातिगत जनगणना की रिपोर्ट के आंकड़ों को गलत साबित कर दें. अमित शाह कह रहे हैं कि बिहार में अति पिछड़ा की आबादी कम दिखाई गई है. उन्हें जानकारी नहीं है, अति पिछड़ा की आबादी 37 फ़ीसदी है.”

उन्होंने आगे कहा कि BJP ने बिहार की जातिगत जनगणना रोकने के लिए हमेशा षड्यंत्र किया है. वो इस मामले को हाई कोर्ट भी लेकर गए थे.

बिहार सरकार ने 2 अक्टूबर को जाति सर्वे का आंकड़ा जारी कर दिया. रिपोर्ट से पता चला है कि बिहार अन्य पिछड़े वर्ग (OBC) और अत्यंत पिछड़े वर्ग (EBC) की कुल आबादी 63 फीसदी से ज्यादा है. वहीं राज्य में अनुसूचित जातियों की आबादी 19.65 फीसदी है. अगड़ी जाति में आने वाले लोगों की आबादी 15.52 फीसदी है.