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नन्हे लाल की मौत का पूरा सच क्या है, जिसका जिक्र कर स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को घेरा?

आरोप है कि अमेठी के संजय गांधी अस्पताल में नन्हे लाल का इलाज इसलिए नहीं किया गया क्योंकि उनके पास आयुष्मान कार्ड था.

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स्मृति ईरानी, मृतक नन्हे लाल की फोटो और राहुल गांधी (फाइल फोटो: PTI/आजतक)

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने लोकसभा में 7 फरवरी को राहुल गांधी पर तीखा हमला किया. इस दौरान अमेठी से सांसद स्मृति ईरानी ने जनपद के नन्हे लाल मिश्रा का जिक्र किया. उन्होंने सदन को बताया कि नन्हे लाल का इलाज न हो पाने के चलते मौत हो गई थी. स्मृति ईरानी ने आरोप लगाया कि अमेठी के नन्हे लाल का संजय गांधी अस्पताल में इलाज इसलिए नहीं हो पाया क्योंकि उनके पास PM मोदी की फोटो वाला आयुष्मान कार्ड था. 

स्मृति ईरानी ने सदन में कहा,

एक रिपोर्ट जो मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जनपद अमेठी से संबंधित है. इसमें एक मरीज का उल्लेख है, जिसमें उसका नाम है नन्हे लाल मिश्रा. उस मरीज का दोष ये था कि वो उस जगह गया, जहां पर इस परिवार (गांधी परिवार) का स्वामित्व है और अस्पताल चलता है. ये कहा जाता है, अमेठी में उनके परिजनों ने वीडियोग्राफिक एविडेंस दिया कि मरीज ने जाकर कहा, 'मैं आयुष्मान भारत से जुड़ा हूं, मोदी जी ने कहा है 5 लाख रुपये में मेरा मुफ्त का इलाज होता है, आपका अस्पताल इसमें चिह्नित है, आप मेरा इलाज करिए.' नन्हे लाल मिश्रा को लौटा दिया और कहा गया मोदी का कार्ड लाए हो, जाओ यहां से. काश, नन्हे लाल मिश्रा आज इस सदन को बता सकते कि गंभीर बीमारी में लौटाए जाने से कितनी परेशानी होती है. लेकिन उनकी आवाज न इस सदन तक पहुंचेगी न इस सदन के बाहर तक पहुंचेगी क्योंकि उनकी मृत्यु हो गई. और ये रिपोर्ट कहती है कि मरीज की बीमारी के अनुरूप इलाज नहीं हो सका. ये वो लोग हैं. इन लोगों ने एक सज्जन को मरने दिया क्योंकि उसके पास आयुष्मान भारत का कार्ड था. 

मामला साल 2019 का है

दरअसल, नन्हे लाल मिश्रा की मौत का मामला साल 2019 का है. 26 अप्रैल, 2019 को नन्हे लाल की मौत हो गई थी. उनके परिजनों का आरोप था कि संजय गांधी अस्पताल में आयुष्मान भारत कार्ड से इलाज नहीं किया गया. परिजनों के मुताबिक, उनसे कहा गया था कि अस्पताल में आयुष्मान भारत कार्ड नहीं चलेगा.

स्मृति ईरानी ने ट्विटर पर 5 मई, 2019 को नन्हे लाल के परिजनों का वीडियो डालते हुए लिखा था,

आज मैं निशब्द हूं - कोई इतना गिर सकता है यह कभी नहीं सोचा था.

एक गरीब को सिर्फ इसलिए मरने दिया क्योंकि उसके पास मोदी का आयुष्मान कार्ड था लेकिन अस्पताल राहुल गांधी का था.

स्मृति ईरानी के वीडियो डालने के बाद उस वक्त अस्पताल के डायरेक्टर एस.एम चौधरी ने नन्हे लाल के परिवार द्वारा हॉस्पिटल पर लगाए आरोपों को आधारहीन बताया था. उन्होंने कहा था कि अस्पताल में आयुष्मान भारत के तहत मरीजों का इलाज होता है. 

आजतक के अभिषेक त्रिपाठी की रिपोर्ट के मुताबिक मृतक नन्हे लाल के बेटे रोहित ने बताया,

हम अपने पिता जी को लेकर संजय गांधी अस्पताल लेकर गए थे, जहां हमने उनको आयुष्मान कार्ड दिखाया तो बताया गया कि यहां योगी-मोदी वाला कार्ड नहीं चलता और इससे इलाज नहीं हो पाएगा, पैसा देने पर ही इलाज कर रहे थे.

मृतक नन्हे लाल मिश्र के भतीजे ने बताया कि इस मामले में डॉक्टर दोषी भी पाए गए थे लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई.

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