अमेरिका के कई राज्यों में बीते कुछ दिनों से 'रहस्यमय' ड्रोन देेखे जा रहे हैं. न्यू जर्सी में इनकी सबसे ज्यादा साइंटिंग्स हुई हैं. आए दिन आसमान में तीन लाइटों वाली कोई उड़ती दिखाई देती है. इसके कई वीडियोज बन चुके हैं, लेकिन अब तक पूरी तरह साफ नहीं हो पाया है कि ये चीज है क्या. तमाम अफवाहों के बीच सरकार खुद स्पष्ट तौर पर कुछ बता नहीं पा रही है. ऐसे में लोग चिंता और भ्रम की स्थिति में है.
अमेरिका में रोज दिख रहे बड़े-बड़े ड्रोन, चीन-ईरान सब कनेक्शन जोड़ लिए, किसी को समझ नहीं आ रहे
Mysterious Drone Sightings in US: ज्यादातर ड्रोन रात के समय दिखते. धीरे-धीरे ये घटनाएं बढ़ने लगीं और कुछ ही दिनों में न्यू जर्सी समेत अमेरिका के कई राज्यों में भी इन्हें देखा जाने लगा. रिहायशी इलाकों, प्रतिबंधित जगहों और महत्वपूर्ण इन्फ्रास्ट्रक्चर के ऊपर भी इन्हें उड़ता देखा गया है.
BBC की एक रिपोर्ट के मुताबिक ड्रोन दिखने की घटना 18 नवंबर से न्यू जर्सी में शुरू हुई. ज्यादातर ड्रोन रात के समय दिखते. धीरे-धीरे ये घटनाएं बढ़ने लगीं और कुछ ही दिनों में न्यू जर्सी समेत अमेरिका के कई राज्यों में भी इन्हें देखा जाने लगा. रिहायशी इलाकों, प्रतिबंधित जगहों और महत्वपूर्ण इन्फ्रास्ट्रक्चर के ऊपर भी इन्हें उड़ता देखा गया है.
कहां-कहां देखे गए ड्रोन?न्यू जर्सी के पिकाटिनी आर्सेनल (Picatinny Arsenal) में ड्रोन दिखे. यहां मिलिट्री रिसर्च सेंटर है जो सुरक्षा के लिहाज से संवेदनशील है. इसी तरह न्यू जर्सी के ही बेडमिंस्टर में भी ड्रोन दिखे. यहीं पर अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप का गोल्फ कोर्स स्थित है. ड्रोन देखे जाने के बाद, दि फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) ने इस इलाके में अस्थायी रूप से ड्रोन उड़ाने पर पाबंदी लगा दी है.
ये घटनाएं न्यू जर्सी तक सीमित नहीं रहीं, न्यूयॉर्क शहर में ब्रॉन्क्स और स्टेटन आइलैंड के पास भी इन 'रहस्यमय' ड्रोन को देखा गया. रिपोर्ट्स के मुताबिक इनके चलते 13 दिसंबर के दिन न्यूयॉर्क के स्टीवर्ट इंटरनेशनल एयरपोर्ट को एक घंटे के लिए बंद करना पड़ा. कनेक्टिकट में भी पुलिस ने ड्रोन से जुड़ीं गतिविधियां रिपोर्ट कीं. अब इनकी वजह से इलाके में नए डिटेक्शन सिस्टम लगाए जा रहे हैं.
पेंसिल्वेनिया और मैरीलैंड में भी कई रिपोर्ट सामने आईं. मैरीलैंड के पूर्व गवर्नर लैरी होगन ने बताया कि उन्होंने अपने घर के ऊपर ‘दर्जनों ड्रोन’ देखे हैं. न्यूज एजेंसी AP के वीडियो में इन्हें देखा जा सकता है.
ड्रोन साइटिंग्स अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी देखने को मिली है. रिपोर्ट के मुताबिक नवंबर के अंत में यूके में स्थित तीन अमेरिकी एयरबेस और जर्मनी के रामस्टीन एयरबेस के पास भी ड्रोन देखे गए. BBC की रिपोर्ट में बताया गया कि ब्रिटिश रक्षा सूत्रों ने इन घटनाओं को दूसरे देशों की सरकारों से जोड़ा है.
ड्रोन दिखने के पीछे के कारण अभी स्पष्ट नहीं हैं. हालांकि, कुछ नेताओं ने इसके पीछे विदेशी ताकतों का हाथ होने की आशंका जताई है. न्यू जर्सी के रिपब्लिकन प्रतिनिधि जेफ वैन ड्रू ने इन्हें "ईरानी मदरशिप" से संचालित बताया. चीन का भी नाम उछला. लेकिन इलिनोइस के डेमोक्रेट राजा कृष्णमूर्ति ने कहा कि इसमें चीन का हाथ होने की बहुत कम संभावना है. कुछ ऐसा ही मिलाजुला बयान सरकार की तरफ से आया. व्हाइट हाउस और होमलैंड सिक्योरिटी विभाग ने ड्रोन की घटनाओं के पीछे किसी विदेशी देश के होने से इनकार किया है.
कैसे दिखते हैं ये ड्रोन?BBC के मुताबिक, 11 दिसंबर को होमलैंड सिक्योरिटी विभाग की तरफ से इन घटनाओं पर ब्रीफिंग दी गई. इसके बाद न्यू जर्सी असेंबली की सदस्य डॉन फैंटासिया ने ड्रोन से संबंधित कुछ जानकारियां साझा कीं. उन्होंने बताया, “ये ड्रोन लगभग 6 फीट (1.8 मीटर) तक बड़े हो सकते हैं. ये बिना लाइट के उड़ते हैं और आपस में तालमेल बनाते दिखते हैं. कुछ मामलों में ये पारंपरिक हेलीकॉप्टर या रेडियो डिटेक्शन सिस्टम से बचते हुए देखे गए हैं.”
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वहीं होमलैंड सिक्योरिटी सेक्रेटरी अलेजांद्रो मेयोर्कस ने बताया कि कुछ ड्रोन असल में ‘मानवरहित नहीं, बल्कि छोटे विमान थे'. वहीं रात में ड्रोन की संख्या अधिक होने पर उन्होंने FAA के नियमों का हवाला दिया. उन्होंने बताया कि पिछले साल FAA ने ड्रोन्स को रात में उड़ने की अनुमति दी थी. अधिकारियों का मानना है कि इस कारण रात में अधिक ड्रोन देखे जा रहे हैं.
एफबीआई और होमलैंड सिक्योरिटी ने साफ किया कि इन ड्रोन से जनता को कोई खतरा नहीं है. अलेजांद्रो मेयोर्कस ने कहा कि अब तक कोई विदेशी संलिप्तता नहीं पाई गई है.
अटकलें और प्रतिक्रियाएंडॉनल्ड ट्रंप ने इन ड्रोन्स को लेकर बाइडन सरकार पर आरोप लगाए हैं. कहा कि अगर सरकार को ड्रोन के बारे में जानकारी है तो उन्हें जनता को बताना चाहिए और अगर ऐसा नहीं है तो उन्हें मार गिराना चाहिए. हालांकि, ड्रोन को मार गिराना FAA के नियमों के तहत अवैध है.
इसके अलावा न्यू जर्सी के गवर्नर फिल मर्फी ने राष्ट्रपति जो बाइडन को पत्र लिखकर ड्रोन गतिविधियों पर स्पष्टीकरण मांगा है.
इस बीच कुछ लोग ड्रोन की घटनाओं के पीछे ‘कॉन्सपिरेसी थ्योरी’ बता रहे हैं. उनका मानना है कि ये ड्रोन चीन या ईरान जैसे देशों से संबंधित हो सकते हैं. हालांकि अमेरिकी अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि ये ड्रोन सार्वजनिक या राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए कोई खतरा नहीं हैं.
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