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गुजरात के पावागढ़ में भड़का जैन समुदाय, किसने हटाईं 500 साल पुरानी मूर्तियां?

गुजरात के पंचमहाल जिले में पावागढ़ पहाड़ी है. इस पहाड़ी पर एक महाकाली मंदिर है. मंदिर की ओर जाने वाली सीढ़ियों के किनारों पर जैन धर्म से जुड़ी प्राचीन प्रतिमाएं थीं. इन प्रतिमाओं को पावागढ़ मंदिर ट्रस्ट ने हटा दिया था, जिसका जैन समुदाय ने विरोध किया.

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गुजरात के CM भूपेंद्र पटेल ने कहा है कि जैन समुदाय के लोगों की आस्था को ठेस नहीं पहुंचना चाहिए. (फोटो: आजतक)
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ब्रिजेश दोशी

गुजरात के पावागढ़ में जैन तीर्थंकरों की मूर्तियां हटाए जाने के मामले में CM भूपेंद्र पटेल ने हस्तक्षेप किया है. उन्होंने उन मूर्तियों को दोबारा उसी स्थान पर स्थापित करने का निर्देश दिया है, जहां से मूर्तियां हटाई गई थीं. ये जानकारी गुजरात सरकार में गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने दी है. बता दें कि गुजरात के पंचमहाल जिले में पावागढ़ पहाड़ी है. इस पहाड़ी पर एक महाकाली मंदिर है. मंदिर की ओर जाने वाली सीढ़ियों के किनारों पर जैन धर्म से जुड़ी प्राचीन प्रतिमाएं थीं, जिन्हें मंदिर ट्रस्ट द्वारा हटा दिए जाने की खबर आई थी.

आधी रात जैन समुदाय के लोगों का विरोध

आजतक के ब्रिजेश दोशी की रिपोर्ट के मुताबिक 16 जून की देर रात सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल हुआ. इसमें दावा किया गया कि पावागढ़ पहाड़ी पर जैन धर्म से जुड़ी जो प्राचीन मूर्तियां स्थापित थीं, उन्हें हटा दिया गया है. इसकी सूचना मिलते ही जैन समुदाय के लोगों ने आधी रात स्थानीय प्रशासन से इसकी शिकायत की.

सड़कों पर उतरे जैन समुदाय के लोग (फोटो: आजतक)

जैन समुदाय के लोगों ने कहा,

"पावागढ़ महाकाली मंदिर की पुरानी सीढ़ियों पर भगवान तीर्थंकर नेमिनाथ की 500 साल पुरानी प्राचीन मूर्तियां रखी हुई थीं, जिनकी हम पूजा करते थे. हमारे भगवान की जिस मूर्ति की हम पूजा करते थे, उसे मंदिर ट्रस्ट ने बिना हमें बताए हटा दिया. यह बहुत अशिष्ट व्यवहार है."

मंदिर की सीढ़ियों पर स्थापित प्राचीन मूर्ति (फोटो: आजतक)
मूर्तियां हटवाने वाले मंदिर ट्रस्ट की सफाई

वहीं पावागढ़ मंदिर ट्रस्ट की ओर से कहा गया,

"मंदिर के लिए नई सीढ़ियां बनाई जानी थीं और पुरानी सीढ़ियों पर जैन मूर्तियां थीं. चढ़ावे के कारण मूर्तियों के सामने गंदगी थी. हमने जैन समुदाय के नेताओं से मूर्तियों को अच्छी जगहों पर स्थापित करने के लिए कहा. जैन समुदाय के नेताओं ने मूर्तियों को हटाने से इनकार कर दिया था. अब पुरानी सीढ़ियों से मूर्ति हटाने से जैन समुदाय नाराज हो गया है. अगर जैन समाज मूर्तियां हटाने से नाराज है, तो हम इन्हें फिर से वहीं रख देंगे."

मूर्तियां दोबारा स्थापित करने की बात कही गई है. (फोटो: आजतक)

वहीं गुजरात सरकार में गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने कहा है कि किसी भी ट्रस्ट और व्यक्ति को ऐतिहासिक प्रतिमाएं तोड़ने की मंजूरी नहीं है. न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में उन्होंने कहा,

“पावागढ़ ऐतिहासिक भूमि है. पावागढ़ के पहाड़ों पर जैन तीर्थंकरों की बहुत ही बड़ी संख्या में प्रतिमाएं स्थापित की गई थीं. हजारों सालों से ये प्रतिमाएं वहां स्थापित हैं. इन प्रतिमाओं को तोड़ने का विषय कल (16 जून को) सामने आया. किसी भी ट्रस्ट और व्यक्ति को इस प्रकार की ऐतिहासिक प्रतिमा को तोड़ने की मंजूरी नहीं है. मुख्यमंत्री जी ने इस मामले को गंभीरता से लिया है."

हर्ष संघवी के मुताबिक गुजरात के CM भूपेंद्र पटेल ने कहा है कि जैन समुदाय के लोगों की आस्था को ठेस नहीं पहुंचनी चाहिए. CM ने निर्देश दिया है कि प्रतिमाएं पहले जहां थीं, उन्हें तुरंत वहीं स्थापित किया जाए.

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