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अलीगढ़ में ट्रैफिक पुलिस इंस्पेक्टर को सरेआम पीटने वाले किस पार्टी के थे?

SHO, CO की मौजूदगी में इंस्पेक्टर को पीटा गया. कपड़े तक फाड़ दिए गए.

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कमलेश ने खुद के नशे में होने और युवकों से बदसलूकी करने के आरोप को सिरे से खारिज किया है. (फोटो- ट्विटर)

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में कुछ लोगों ने ट्रैफिक पुलिस के एक इंस्पेक्टर की बीच सड़क पर पिटाई कर दी (Traffic police inspector beaten badly in Aligarh). इंस्पेक्टर के कपड़े तक फाड़ दिए गए. इस दौरान वहां तमाम पुलिस बल भी मौजूद था. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. साथ ही राजनीति ने भी जोर पकड़ लिया है. सवाल पूछा जा रहा है कि इंस्पेक्टर की पिटाई करने वाले लोग कथित रूप से किस पार्टी से जुड़े थे.

बाइक रोकी तो पीट दिया

मामला अलीगढ़ के बन्ना देवी थाना क्षेत्र का है. जहां 25 अक्टूबर की रात बीच सड़क पर कुछ युवकों की ट्रैफिक पुलिस इंस्पेक्टर कमलेश कुमार से बहस हो गई. कमलेश ने बताया कि उन्हें एक संदिग्ध बाइक की जांच के लिए कहा गया था. बाइक में मॉडिफाइड साइलेंसर लगाया गया था, जिससे काफी तेज आवाज निकल रही थी. इंस्पेक्टर ने गाड़ी का पीछा कर जैसे ही उसे रोका तो युवक उनसे बदतमीजी करने लगे.

''नपुंसक है अलीगढ़ पुलिस"

ट्रैफिक इंस्पेक्टर कमलेश के मुताबिक उन्हें SHO, CO की मौजूदगी में पीटा गया. कपड़े तक फाड़ दिए गए. कमलेश ने बताया कि, जैसे ही उन्होंने बाइक को रोका तो तथाकथित पार्टी के पदाधिकारी आ गए. उन्होंने उनके साथ बदतमीजी की और ये हालत कर दी. इंस्पेक्टर ने कहा कि उन पर झूठे आरोप लगाकर उन्हें बदनाम किया जा रहा है.

कमलेश ने खुद के नशे में होने और युवकों से बदसलूकी करने के आरोप को सिरे से खारिज किया है. साथ ही कहा,

"मुझे नहीं पता था कि अलीगढ़ की पुलिस इतनी नपुंसक है."

अब सवाल उठता है कि इंस्पेक्टर कमलेश द्वारा जिस पार्टी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों पर आरोप लगाए गए हैं, वो कौन सी पार्टी है? सोशल मीडिया पर कुछ पत्रकारों ने लिखा है कि ये कथित पार्टी बीजेपी है.

वहीं समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने सीधा बीजेपी का नाम लिया. उन्होंने X पर लिखा,

“भाजपाई अहंकार अब पुलिस पर भी हाथ उठा रहा है. सवाल ये है कि भाजपा में बढ़ती दबंगई के सिर के ऊपर प्रश्रय का हाथ कौन लगा रहा है, इन्हें कौन बचा रहा है. भाजपाइयों में जीरो टॉलरेंस के लिए टॉलरेंस जीरो क्यों है?”

ट्रैफिक इंस्पेक्टर कमलेश की पिटाई को लेकर SSP अलीगढ़ द्वारा भी बयान जारी किया गया. SSP कलानिधि नैथानी ने बताया कि, प्रकरण में तत्काल अभद्रता व सरकारी काम में बाधा डालने वाले बाइक चालक और उसके सहयोगी पर मुकदमा रात में ही दर्ज कर लिया गया था. दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है. SSP ने भी ये भी साफ किया कि सरकारी काम में बाधा डालने वालों के खिलाफ कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी.

पुलिस अधिकारी ने घटना के जिम्मेदार लोगों को किसी पार्टी का कार्यकर्ता या पदाधिकारी नहीं बताया है. फिलहाल ये पूरी तरह साफ नहीं है कि इस घटना में बीजेपी के लोग शामिल थे या नहीं.

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