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छुट्टी पर आया 'अग्निवीर' लूट के आरोप में गिरफ्तार, 'कम वेतन' के चलते सेना में वापस नहीं लौटा था

Punjab के मोहाली का मामला. आरोपी Agniveer छुट्टी खत्म होने के बाद ड्यूटी पर नहीं लौटा. भाई और दोस्त के साथ गिरोह बनाकर लूटपाट की घटनाओं को अंजाम देने लगा.

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लाल टी-शर्ट पहने अग्निवीर समेत तीन आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार (फोटो-आजतक)

पंजाब के मोहाली में एक ‘अग्निवीर’ जवान को लूटपाट के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. वो इन दिनों छुट्टी पर घर आया हुआ था. पुलिस ने उसके साथ दो और लोगों को कार लूटने के आरोप में पकड़ा है. उसका कहना है कि इन लोगों ने यूपी से हथ‍ियार खरीदे, फिर मोहाली में लूट की कई वारदातों को अंजाम दिया. हाल ही में इन्होंने मोहाली में गन पॉइंट पर एक कार लूटी.

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, मोहाली पुलिस ने 24 जुलाई को छप्पर चिरी के पास हुई कार जैकिंग (छिनैती) के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया था. पता चला इनमें से एक आरोपी इश्मीत सिंह उर्फ ​​ईशू भारतीय सेना का 'अग्निवीर' जवान है. वो साल 2022 में सेना में भर्ती हुआ था. गिरोह में उसका भाई प्रभप्रीत सिंह उर्फ ​​​​प्रभ और दोस्त बलकरण सिंह भी शामिल हैं. बलकरण एक टैक्सी सर्विस के लिए काम करता है.

आरोप है कि बीती 22 जुलाई को इन लोगों ने यात्री बन कर एक कैब ड्राइवर को लूट लिया था. तीनों आरोपियों की उम्र 18 से 22 साल के बीच है और वे फाजिल्का के रहने वाले हैं. उन्होंने 12वीं कक्षा तक पढ़ाई की है.

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रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने आरोपियों के पास से चोरी की गई कैब बरामद कर ली है, जिस पर आरोपियों ने फर्जी नंबर प्लेट लगा रखी थी. पुलिस को उनके कब्जे से एक चोरी की मोटरसाइकिल, एक स्कूटर, दो फोन, .315 बोर की एक देसी पिस्टल और तीन जिंदा कारतूस मिले हैं.

एक जांच अधिकारी ने खुलासा किया कि ईशू 2022 में सेना में भर्ती होने के बाद पश्चिम बंगाल में पोस्टेड था. वो मई में एक महीने की छुट्टी पर घर आया था, लेकिन कम वेतन के कारण वापस नहीं लौटा. अधिकारी ने बताया, 

“वह (ईशू) अपने परिवार से दूर रह रहा था, उसे ₹20,000 का मामूली वेतन मिलता था और वह अपने भविष्य को लेकर अनिश्चित था, इसलिए वह सेना में वापस नहीं लौटना चाहता था. ऐसा लगता है कि उसने अपराध करने का मन बना लिया है क्योंकि वो एक हथियार खरीदने के लिए उत्तर प्रदेश के कानपुर गया था, जिसका इस्तेमाल उसने कार की चोरी में किया है.”

अधिकारी ने आगे कहा, 

"ईशू एक कुशल शूटर है. जब कैब ड्राइवर को उसकी गाड़ी से धक्का देकर उतार दिया गया, तब उसने पैदल ही आरोपियों का पीछा करने की कोशिश की. इस दौरान ईशू ने कैब ड्राइवर पर गोली चलाई थी.”

रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपियों ने शातिर अंदाज में गाड़ी की छिनैती की घटना को अंजाम दिया था. इसकी जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया, 

"आरोपियों ने लुधियाना रेलवे स्टेशन से एक मोबाइल फोन चुराया था, जिसका इस्तेमाल करके उन्होंने टैक्सी-सर्विस ऐप से कैब बुक की और बाद में उस फोन को फेंक दिया. गाड़ी को चुराने के बाद आरोपियों ने उसे कुराली में एक सुनसान जगह पर पार्क कर दिया. जिसके बाद आरोपी बलौंगी में अपने पेइंग गेस्ट आवास पर लौट गए.”

अगले दिन, वे देर शाम उस जगह लौटे जहां कैब को पार्क किया था. उन्होंने कैब ली और फाजिल्का की ओर चल दिए. इसी दौरान आरोपी मोहाली पुलिस के जाल में फंस गए. सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने आरोपियों को मानवीय और तकनीकी खुफिया जानकारी की मदद से पकड़ा है.

अपराध में एक अग्निवीर के शामिल होने के खुलासे के बाद मोहाली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) संदीप गर्ग अब सेना को पत्र लिखकर इश्मीत सिंह के बारे में सूचित करेंगे. तीनों आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 307 (मौत या चोट पहुंचाने के बाद चोरी), 308 (जबरन वसूली), 125 (मानव जीवन को खतरे में डालना), 61 (2) (आपराधिक मामला) और आर्म्स एक्ट के तहत बलौंगी थाने में केस दर्ज किया गया है.

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