पुलवामा में CRPF पर हुए आतंकवादी हमले में इतने जवान कैसे शहीद हुए?|दी लल्लनटॉप शो| Episode 154
पुलवामा अटैक के बाद पहली धरपकड़ शुरू हो गई है
NIA और NSG की टीमों ने जांच शुरू कर दी है.

पुलवामा हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने पांच लोगों को हिरासत में लिया है.
पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले में CRPF के 37 जवान शहीद हो चुके हैं. इसके बाद केंद्र सरकार के साथ ही देश की सुरक्षा एजेंसियां भी हरकत में आ गई हैं. 15 फरवरी को राजधानी दिल्ली में कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्यूरिटी की बैठक हुई. इसके बाद वित्तमंत्री अरुण जेटली और रक्षामंत्री निर्मला सीतारमन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. बताया कि भारत पाकिस्तान से ‘मोस्ट फेवर्ड नेशन’ का दर्जा वापस ले लेगा. ये तो हुआ केंद्र सरकार का पहला कदम. लेकिन दूसरी ओर जम्मू-कश्मीर में भी सुरक्षा एजेंसियां हरकत में आ गई हैं. गांव-गांव में चल रही तलाशी, पांच हिरासत में पुलवामा आतंकी हमले के पीछे जिस शख्स का नाम आया है, वो है आदिल अहमद डार. रहने वाला पुलवामा के गुंडीबाग का है. स्थानीय कश्मीरी है. इसे देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां पुलवामा के गांवों में तलाशी अभियान चला रही हैं. अब तक की जानकारी के मुताबिक सुरक्षा एजेंसियों ने पुलवामा हमले में शामिल होने के आरोप में पांच लोगों को हिरासत में लिया है. अभी खुफिया एजेंसियां इनसे पूछताछ कर रही हैं. पुलवामा पहुंची NIA और NSG की टीम, राजनाथ भी पहुंचे कश्मीर पुलवामा आतंकी हमले की जांच के लिए NIA और NSG की टीम पुलवामा पहुंच चुकी है. इस टीम में फरेंसिक एक्सपर्ट भी शामिल हैं. वहीं जम्मू-कश्मीर पुलिस भी इस आतंकी हमले की जांच में जुटी हुई है. वहीं जम्मू-कश्मीर पुलिस की ओर से किसी भी सैनिक काफिले को निकालने पर रोक लगा दी गई है. गृहमंत्री राजनाथ सिंह भी जम्मू-कश्मीर पहुंच चुके हैं.