देश के तमाम राजनैतिक दल समाज से अपराध ख़त्म करने का दावा करते हैं. क़ानून व्यवस्था को मज़बूत बनाने का दावा करते हैं. एक घटना की तर्ज़ पर विपक्ष भी जंगल राज की मुनादी पीटता है. लेकिन संसद में बैठे सत्ता और विपक्ष, दोनों पार्टियों के कई नेताओं के ख़िलाफ़ गंभीर आपराधिक मामले हैं. और इसके बावजूद, उन्हें सांसद बनाकर सदन में बिठाया जाता है.
देश के माननीय सांसद: 40% पर आपराधिक मामले, 11 पर हत्या, 4 पर रेप के आरोप!
पार्टी के हिसाब से सबसे ज़्यादा आरोपी माननीय भाजपा में, राज्य के हिसाब से केरल में.
चुनाव सुधार पर काम करने वाले संगठन 'एसोसिएशन फ़ॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स' (ADR) ने हर साल की तरह, इस साल भी चौंकाने वाली रिपोर्ट जारी की है (वैसे ये बात भी है कि क्राइम को लेकर माननीयों की हिपोक्रेसी अब लोगों को चौंका नहीं पाती). खैर, रिपोर्ट में सामने आया है कि लगभग 40% मौजूदा सांसदों के ख़िलाफ़ आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें से 25% ने हत्या, हत्या के प्रयास, अपहरण और महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध जैसे गंभीर आपराधिक मामले हैं.
किस पार्टी में ज़्यादा 'अपराधी'?ADR और नेशनल इलेक्शन वॉच (NEW) ने लोकसभा और राज्यसभा की 776 सीटों में से 763 मौजूदा सांसदों के शपथ पत्रों का विश्लेषण किया है. ये डेटा सांसदों के ही चुनावी हलफनामों से निकाला गया है. लोकसभा की चार सीटें और राज्यसभा की एक सीट ख़ाली है और जम्मू-कश्मीर की चार राज्यसभा सीटें अपरिभाषित हैं. इस वजह से उनका विश्लेषण नहीं हो पाया.
रिपोर्ट में कहा गया है कि 763 मौजूदा सांसदों में से 306 ने अपने ख़िलाफ़ आपराधिक मामले घोषित किए हैं. इसमें से 194 सांसदों ने गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं.
राज्य के हिसाब से -
- केरल: 29 में से 23 सांसद.
- बिहार: 56 में से 41 सांसद.
- महाराष्ट्र: 65 में से 37 सांसद.
- तेलंगाना: 24 में से 13 सांसद.
- दिल्ली: 10 में से 5 सांसद.
अब पार्टी के हिसाब से -
पार्टी | कुल सांसद | आपराधिक मामले | गंभीर मामले |
भारतीय जनता पार्टी | 385 | 139 | 98 |
कांग्रेस | 81 | 43 | 26 |
तृणमूल कांग्रेस | 36 | 14 | 7 |
राष्ट्रीय जनता दल | 6 | 5 | 3 |
भाकपा (मार्क्सवादी) | 8 | 6 | 2 |
आम आदमी पार्टी | 11 | 3 | 1 |
युवजन श्रमिका रायथू कांग्रेस | 31 | 13 | 11 |
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी | 8 | 3 | 2 |
- 11 मौजूदा सांसदों के ख़िलाफ़ हत्या (IPC धारा-302) का मुक़दमा दर्ज है.
- 32 मौजूदा सांसदों के ख़िलाफ़ हत्या के प्रयास (IPC धारा-307) का मुक़दमा दर्ज है.
- 21 मौजूदा सांसदों ने महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध से संबंधित मामलों की घोषणा की है. 21 में से चार सांसदों ने बलात्कार (IPC धारा-376) से संबंधित मामलों की घोषणा की है.
रिपोर्ट के मुताबिक़, जिस देश में प्रति व्यक्ति आय सालाना 2 लाख रुपये से कम है - माने दिन भर का साढ़े पांच सौ रुपया - उस जनता के प्रतिनिधियों की औसत संपत्ति 38.33 करोड़ रुपये है. कुल 53 माननीय अरबपति हैं. और, 763 मौजूदा सांसदों की कुल संपत्ति 29,251 करोड़ रुपये है.
एक दिलचस्प आंकड़ा और. आपराधिक मामलों वाले सांसदों की औसत संपत्ति ₹50.03 करोड़ है और बिना आपराधिक मामले वाले सांसदों की औसत संपत्ति ₹30.50 करोड़ है.
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