पूरा मामला जान लीजिए
गौतम धमीजा पर आरोप है कि उसने 20 महिलाओं से शादी के नाम पर धोखाधड़ी की है. पुलिस के मुताबिक, पकड़ में आया शख्स सोशल मीडिया पर अपनी फेक प्रोफाइल बनाता था. उसमें खुद को बड़ा व्यापारी बताता था. सालाना कमाई बताता था क़रीब 30 लाख रुपये. ये महिलाओं की उम्र और दौलत देखकर निशाना बनाता था. इसके निशाने पर या तो 40 साल की उम्र की विधवा औरतें होती थीं या तलाकशुदा महिलाएं. कई महिलाओं से नौकरी दिलाने के नाम पर भी पैसा ऐंठता था.
20 से ज्यादा महिलाओं से चीटिंग करने का इल्ज़ाम खुद धमीजा ने कुबूला है.
असल में 46 साल का गौतम धमीजा स्पेयर पार्ट्स का काम करता है. उसके खिलाफ दिल्ली पुलिस की साइबर सेल में जुलाई महीने में एक महिला ने शिकायत दी थी. मेट्रोमोनियल साइट पर उनकी बातचीत चल रही थी. धीरे-धीरे बातचीत ज्यादा बढ़ गई और गौतम उस महिला को मिसेज धमीजा कह कर बुलाने लगा. यानी अपनापन जताने लगा. उसके बाद गौतम ने पीड़ित महिला से अलग- अलग बहाने बनाकर पैसे मांगने शुरू कर दिए. कभी कहता कि पिता की तबियत खराब है, तो कभी बिजनेस में इनवेस्ट करने के लिए.
नया-नया रिशता था तो महिला को शुरुआत में शक नहीं हुआ. थोड़े पैसे से हुई शुरुआत आगे बड़ी मांगों में बदल गई. गौतम के बढ़ते लालच ने उसकी पोल खोल दी.दरअसल, जब महिला ने गौतम से मिलने के लिए कहा तो वो टालने लगा. इस वजह से महिला को उस पर शक होने लगा. महिला ने जब मिलने के लिए गौतम पर ज्यादा दबाव बनाया. तो उसने उल्टा महिला को ही धमका दिया.
आखिर में बात पुलिस तक पहुंची
कोई हल न होता देख महिला ने पुलिस में शिकायत कर दी. पुलिस ने भी FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी. पुलिस ने जल्द ही आरोपी गौतम धमीजा को मेरठ से गिरफ्तार कर लिया. पुलिस के मुताबिक गौतम की शादी 1999 में हुई थी, लेकिन जल्द ही उसका डिवोर्स हो गया. गौतम ने कई व्यापार भी किए लेकिन उसे हर सौदे में घाटा हुआ. इसके बाद गौतम ने स्पेयर पार्ट्स का काम शुरू किया. वहां भी बात नहीं बनी. आखिर में सोशल मीडिया पर फेक प्रोफाइलें बनाईं. और फिर उनके सहारे महिलओं को ठगने का काम चालू कर दिया. पुलिस ने एक स्पेशल टीम बनाई और फिर धरपकड़ चालू कर दी.
पुलिस टीम के साथ आरोपी गौतम धमीजा.
यूं पकड़ा गया ठग
महिला की शिकायत पर साइबर सेल ने कार्रवाई की. जांच में टेक्निकल डिटेल और डिजिटल फुटप्रिंट भी कलेक्ट किए गए. दिल्ली के निहाल विहार का रहने वाला गौतम बार-बार अपनी लोकेशन बदलता था. ताकि पुलिस की गिरफ्त से बच सके. वह ज्यादातर हिमाचल , पंजाब और पूर्वी उत्तर प्रदेश में काम करता था.
दिल्ली पुलिस के साइबर सेल का ट्विटर हैंडल. यहां लगातार अपडेट मिलते रहते हैं.
गौतम धमीजा को पकड़ने के लिए पुलिस ने 4 लोगों की टीम बनाई. कुछ दिन तक आरोपी की मूवमेंट को ट्रैक करते रहे और फिर एक दिन मेरठ इलाके में दबिश दी. वहीं से गौतम को पकड़ा गया. उसके पास कई फोन, सिम कार्ड, डेबिट और क्रेडिट कार्ड मिले हैं. पुलिस ने जब पूछताछ की तो उसेने 20 से ज्यादा महिलाओं ने नाम कुबूले हैं. पुलिस उन सभी महिलाओं को जांच में शामिल करके आगे बढ़ रही है. कुल मिलाकर अगर ये आरोप सही हैं, तो तय मानिए कि गौतम धमीजा लंबा अंदर जाने वाला है.
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