50 साल की उम्र तक औरत की बच्चे पैदा करने की क्षमता ख़त्म हो जाती है. ये कहने की बात नहीं, बायोलॉजिकल फैक्ट है. लेकिन 70 साल की दलजिंदर कौर ने बायोलॉजी को गलत साबित करते हुए पिछले महीने एक बच्चे को जन्म दिया. दलजिंदर और उनके 79 साल के पति को अब तक बच्चा नहीं हुआ था. उम्र इतनी हो चली थी कि दोनों ने बच्चा होने की उम्मीद छोड़ दी थी. लेकिन एक दिन उन्होंने IVF यानी 'इन विट्रो फ़र्टिलाइजेशन' क्लीनिक का ऐड देखा. और सोचा, क्यों न इसे भी ट्राय किया जाए. इन विट्रो फ़र्टिलाइजेशन प्रेगनेंसी का वो तरीका होता है, जिसमें औरत का 'एग' और मर्द का 'स्पर्म' लेकर शरीर के बाहर फ़र्टिलाइजेशन करवाते हैं. उसके बाद उसे औरत की बच्चेदानी में रख देते हैं. हरियाणा के एक क्लीनिक में 2 साल तक दलजिंदर का ट्रीटमेंट चला. और पिछले महीने उन्होंने एक बेबी बॉय को जन्म दिया.

दलजिंदर कहती हैं:
"हमने बच्चा होने की उम्मीद खो दी थी. लेकिन भगवान ने हमारी सुन ली. अब जिंदगी मुकम्मल लगती है. मैं अकेले बच्चे का ध्यान रख रही हूं. क्योंकि मुझमें नई एनर्जी आ गई है. मेरे पति मेरा बहुत ध्यान रखते हैं. और हर तरीके से मेरी मदद करते हैं."
बच्चा दलजिंदर के 'एग' और उनके पति के 'स्पर्म' से ही हुआ है. बच्चा 19 अप्रैल को स्वस्थ पैदा हुआ है. अस्पताल के मुताबिक बच्चा लगभग 2 किलो का है. दलजिंदर के पति कहते हैं,
"लोग कहते हैं हमारे जाने के बाद हमारे बेटे का क्या होगा. लेकिन मुझे भगवान पर भरोसा है. भगवान के पास सारी ताकत है. वो हर जगह है. वो हमारे बच्चे का खयाल रखेगा."
पति-पत्नी ने बच्चे का नाम अरमान रखा है. हरियाणा के इस क्लीनिक का ये तीसरा केस है जब 65 से ज्यादा उम्र की औरत ने बच्चा पैदा किया है. इसके पहले 70 साल की राजो देवी ने यहीं से ट्रीटमेंट करवा एक बेबी गर्ल को जन्म दिया था. लेकिन डिलीवरी के समय वो दलजिंदर की तरह स्वस्थ नहीं थीं. उनको मौत के मुंह से वापस लाया गया था. लेकिन उनकी बच्ची ने उन्हें जीने की ताकत दी. इसी सेंटर ने 66 साल की भतेरी देवी ने 2010 में 3 बच्चों को एक साथ जन्म दिया. हालांकि कुछ समय बाद उनके एक बच्चे की मौत हो गई थी. लेकिन उनके दो बच्चे स्वस्थ रहे. लोग कहा करते हैं प्यार करने की कोई उम्र नहीं होती. शादी की कोई उम्र नहीं होती. लेकिन मेडिकल साइंस की वजह से अब हम ये भी कह सकेंगे कि बच्चे पैदा करने की कोई उम्र नहीं होती.