एक बच्चा जो अभी एक साल का भी नहीं हुआ है. उसकी जिंदगी खतरे में है. उसे खिलाने की उम्र में उसके माता-पिता लोगों से उसे बचाने की गुहार लगा रहे हैं. उनकी हर रात बस इसी उम्मीद में कटती है कि जल्द से जल्द पैसों का इंतजाम हो जाए और वे बच्चे का इलाज करा सकें. दुनिया में कई ऐसी बीमारियां हैं जिनका इलाज बहुत मुश्किल से संभव है. आम इंसान इसका इलाज भी नहीं करवा सकता क्योंकि ये बहुत महंगा होता है. इसी तरह की बीमारी से एक साल का बच्चा कनव जांगड़ा (Kanav Jangra Fights SMA) भी पीड़ित है. इस मासूम को तो पता भी नहीं है कि उसे कितनी गंभीर बीमारी है. उसकी बीमारी का इलाज एक इंजेक्शन है जिसकी कीमत एक-दो लाख नहीं बल्कि पूरे 17.5 करोड़ रुपये है.
1 साल के कनव को बचाने के लिए लगेगा 17.5 करोड़ का इंजेक्शन, आपकी छोटी सी हेल्प दे सकती है नई जिंदगी!
गंभीर बीमारी से पीड़ित है कनव

नजफगढ़ के रहने वाले अमित और उनकी पत्नी गरिमा को रोज अपने बेटे की जान बचाने की चिंता खाए जा रही है. उनके बेटे कनव को स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी टाइप 1 (एसएमए) नाम की जानलेवा बीमारी है. बीते साल सितंबर के महीने में बच्चे में इसके लक्षण दिखाई दिए थे. बाद में गंगाराम अस्पताल में जांच करवाई गई तो डॉक्टर्स ने इसकी पुष्टि कर दी. इसके बाद पैरेंट्स ने दिल्ली के एम्स में जाकर जांच करवाई तो वहां भी रिपोर्ट पॉजिटिव ही आई. इस बीमारी के चलते उसे एक इंजेक्शन लगना है जो 17.5 करोड़ रुपये का आएगा. अमित और उनकी फैमिली के लिए ये रकम बहुत ज्यादा है. इसके लिए परिवार ने आम लोगों से मदद की गुहार लगाई है.
अमित ने कई बड़ी हस्तियों से भी कहा कि वे आम लोगों से बच्चे की मदद की गुजारिश करें. इनमें आप नेता संजय सिंह, जया किशोरी, सोनू सूद, एक्टर अनूप सोनी समेत कई बड़े नाम शामिल हैं.
द लल्लनटॉप ने कनव के पिता अमित से बात की तो अमित ने बताया कि अब तक करीब एक करोड़ रुपये इकठ्ठा हो जा चुके हैं. अभी 16.5 करोड़ रुपये की और जरूरत है. बच्चे को इंजेक्शन जल्द से जल्द लगना चाहिए वरना बच्चे की जिंदगी खतरे में है.' अब इस बच्चे को नई जिंदगी देने की जिम्मेदारी हर भारतवासी के कंधों पर है. जो जितनी चाहे, वो उतनी मदद कर सकता है ताकि कनव भी हमारी और आपकी तरह इस दुनिया के सभी रंग देख सके.
अगर आप भी कनव की मदद करना चाहते हैं तो आप इस नंबर (8860337306) पर जाकर यूपीआई पेमेंट कर सकते हैं. इसके अलावा इस लिंक के जरिए भी पेमेंट कर कनव को बचाने में अपना सहयोग दे सकते हैं. आपकी एक छोटी सी मदद किसी को नई जिंदगी दे सकती है.
क्या होती है SMA बीमारी?
स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी (एसएमए) एक आनुवांशिक बीमारी है. स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी मांसपेशियों को खराब कर देने वाली एक दुर्लभ बीमारी है. वैसे तो ये कई प्रकार की होती है लेकिन इसमें टाइप-1 सबसे जानलेवा है. इस बीमारी के बहुत ही कम केस देखने को मिलते हैं. इसमें मसल्स काम करना बंद करती हैं. धीरे-धीरे पूरा शरीर रुक जाता है और ये पैरालिसिस का कारण बनता है. अंत में जाकर मौत हो जाती है. अगर बच्चे को 2 साल की उम्र तक ये इंजेक्शन नहीं लगता तो 2.5-3 साल में उसकी मौत हो सकती है.
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