दुनियाभर में जब-जब सत्ताएं बदलीं, शहरों, सड़कों और इमारतों के नाम बदले. ऐसा भारत में भी हुआ. बॉम्बे, मुम्बई हो गया, कलकत्ता बन गया कोलकाता. कोलकाता से कुछ नीचे जाएं तो हैदराबाद की भी कुछ ऐसी ही कहानी है. हालांकि हैदराबाद का नाम तो बदला नहीं है. लेकिन चंद लोगों का मानना है कि नाम बदला जाना चाहिए. मोतियों के इस शहर को कुछ लोग चाहते हैं कि भाग्यनगर बुलाया जाना चाहिए. आप पूछेंगे भाग्यनगर क्यों. तो इसके पीछे है एक लम्बी कहानी. कहानी जो बताती है कि हैदराबाद शहर की नींव कैसे पड़ी. इसका नाम हैदराबाद कैसे पड़ा?