कहानियों का ऐसा है कि अंडर डॉग हमेशा दर्शकों का फ़ेवरेट होता है. विज्ञान की दुनिया में ऐसा ही एक किरदार है, जिसका नाम है, निकोला टेस्ला. फ़ैंस के लिए टेस्ला हीरो हैं, कम संसाधन में बढ़ा काम करने वाला, दुनिया बदल देने वाला हीरो. लेकिन इस हीरो के सामने एक विलेन है. जो अपनी चालाकी से हर समय हीरो को नीचे खींचने की कोशिश करता है. टेस्ला की कहानी में ये किरदार थॉमस एडिसन निभाते हैं. टेस्ला AC करेंट की खोज करते हैं, तो एडिसन हाथियों को करेंट लगाकर लोगों को डराने की कोशिश करते हैं. कहते हैं टेस्ला का करेंट जान लेवा है. हीरो हार जाता है, लेकिन हार नहीं मानता. उसकी मौत के बाद दुनिया को उसकी क़ीमत का अहसास होता है. टेस्ला का एक भक्त उसके नाम से एक कम्पनी बनाता है. और एक दिन ये कम्पनी एडिसन की कम्पनी को पीछे छोड़ देती है.
तारीख: टेस्ला को मिलता नोबल, अगर ये धोखाधड़ी न होती!
मिथकों के रूप में सुनाई जाने वाली ये कहानी आपने कई बार सुनी होगी. आज आपको टेस्ला से जुड़ी एक दूसरी कहानी सुनाएंगे, जिसके बाद आपको पता चलेगा कि टेस्ला की कहानी में एडिसन सिर्फ़ लेवल वन के विलेन हैं. फ़ाइनल बॉस तो कोई और ही है.
मिथकों के रूप में सुनाई जाने वाली ये कहानी आपने कई बार सुनी होगी. आज आपको टेस्ला से जुड़ी एक दूसरी कहानी सुनाएंगे, जिसके बाद आपको पता चलेगा कि टेस्ला की कहानी में एडिसन सिर्फ़ लेवल वन के विलेन हैं. फ़ाइनल बॉस तो कोई और ही है.