रेडक्लिफ ने लाहौर को पाकिस्तान के हिस्से में जोड़ा और अमृतसर–लाहौर के बीच से बंटवारे की लकीर खींच दी. इसी लकीर में भारत के हिस्से अटारी आया और पाकिस्तान के सिरे पर रहा वाघा. प्राचीन सिल्क रूट, उत्तरापथ, सड़क-ए-आजम, ग्रांड ट्रंक रोड जैसे नामों से पहचाने गए 2500 साल पुराने आदान-प्रदान को दो देशों की चौकियों से बांट दिया गया. क्या है अटारी-वाघा बॉर्डर की कहानी, जानने के लिए देखें पूरा एपिसोड.