साल 1985. कनाडा के मॉनट्रियल एयरपोर्ट से एक फ्लाइट टेक ऑफ करती है. इस फ्लाइट का डेस्टिनेशन था मुम्बई. लेकिन बीच में फ्लाइट को लन्दन में हॉल्ट लेना था. इसलिए फ्लाइट आयरलैंड के एयर स्पेस में एंटर होती है. आइरिश कोस्ट के करीब 200 मील दूरी, जब प्लेन अटलांटिक महासागर के ऊपर था, अचानक रडार से गायब हो जाता है. अनहोनी की आशंका सही साबित हुई. प्लेन 31 हजार फ़ीट की ऊंचाई से सीधा समुन्द्र में गिरा. और 82 बच्चे ,चार नवजात समेत 329 लोगों के लिए अटलांटिक उस दिन कब्रगाह बन गया.