जब अमेरिका की दुनिया में रंगबाजी टाइट है, तो ईरान उसका लोड क्यों नहीं लेता. आप ख़ुद सोचिए..दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश ने उसको घेर रखा है. इसके बाद भी ईरान खुलेआम एटम बॉम्ब बनाने की कोशिश कर रहा है. अमेरिका के आर्थिक प्रतिबंधों के बावजूद ईरान अपने सहयोगी गुटों के समूह- एक्सिस ऑफ़ रेज़िस्टेंस को फंडिंग कर रहा है. और, जब हिजबुल्लाह का लीडर नसरल्लाह इजरायल के हाथों मारा जाता है तब, इज़रायल से बदला लेने के लिए ईरान सैकड़ों मिसाइलें दाग देता है. ईरान इतना बेखौफ होना कैसे अफोर्ड कर पाता है? इस सवाल पर आज बात करेंगे. साथ ही इस पर भी कि आखिर मिडिल ईस्ट में अमेरिका बनाम ईरान की स्थिति क्यों बनी हुई है?