बीते दिनों खबर आई कि NHAI यानी नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया, 900 किलोमीटर रोड BOT के जरिये बनाने वाली है. BOT यानी बिल्ड, ऑपरेट, ट्रांसफर. ये एक तरीके का पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल है. माने सरकार और प्राइवेट कंपनी के बीच एक साझेदारी है. माने सरकार और प्राइवेट कंपनी मिलकर सड़क बनाएगी. नितिन गडकरी अक्सर एक बात और भी कहते हैं कि सरकार से उन्हें जितना बजट मिला है वो उसके मुकाबले कई गुना ज्यादा रूपए की सड़के बना चुके हैं. आखिर ये पैसा कहां से आ रहा?