पैगंबर हजरत मुहम्मद साहब और उनके वफादार साथियों ने मक्का से मदीना की ओर रुख किया. इस सफर को इतिहास में ‘हिजरत’ कहा गया. ये एक नई शुरुआत थी जिसने इस्लाम के इतिहास को हमेशा के लिए बदल दिया. मदीना पहुंचकर पैगंबर साहब और उनके साथियों ने मस्जिद-ए-नबवी की नींव रखी जिसे पैगंबर की मस्जिद भी कहा जाता है. पूरी कहानी के लिए वीडियो देखें.