अर्देशिर बुरजोरजी सोराबजी गोदरेज. भारत की तारीख़ के बड़े कारोबारी. गोदरेज ब्रदर्स कंपनी के संस्थापक.
साबुन, ताले, अलमारी के धंधे से कैसे बना हजारों करोड़ का 'गोदरेज सम्राज्य'?
इस वीडियो में देखिए अर्देशिर गोदरेज और गोदरेज कंपनी के फ़र्श से अर्श तक की कहानी.
जन्म हुआ 1968 में, मगर उनकी यात्रा शुरू होती है 1894 में. पहले पेशे से वकील थे. अफ्रीका के ज़ांज़ीबार में प्रैक्टिस की. फिर मुंबई लौट आए. वापस आकर एक केमिस्ट की दुकान में काम शुरू किया. लेकिन जल्द ही ब्लेड और कैंची बनाने के बिज़नेस में चले गए. ‘मेड इन इंडिया’ लेबल लगाने पर विरोध का सामना करना पड़ा, तो आर्देशिर ने कारोबार छोड़ दिया.
उनके जीवन में एक अहम मोड़ तब आया, जब उन्होंने तब के बंबई में बढ़ती चोरियों के बारे में पढ़. इससे उन्हें ताले बनाने का आइडिया आया - ‘गोदरेज ताले’. ये इनोवेशन भरोसे का प्रतीक बन गया. दृढ़ता और नवाचार के प्रति प्रतिबद्ध. यहां से गोदरेज की स्थापना हुई. एक ऐसा ब्रांड, जो आगे चल कर भारत की 'औद्योगिक क्रांति' में बड़ा प्लेयर बना.
इस वीडियो में देखिए अर्देशिर गोदरेज और गोदरेज कंपनी के फ़र्श से अर्श तक की कहानी.