महत्वपूर्ण चीज़ों पर बात करने की वजह बहुत सरल भी हो सकती है. कई बार शिष्टता की संसदीय परंपरा के उस तरफ़ भी. इंस्टाग्राम वासी इन दिनों इस महिला को देख रहे हैं. महिला जिज्ञासु प्रवृत्ति की है. स्नेह से लदी अपनी अभिरुचियों को अंतर्वस्त्रों का रंग पूछते हुए ज़ाहिर करती है. इस तरह कि पड़ोस के मिश्राजी और नन्नू मियां भी लजा जाते हैं. हमने सोचा कि इसी जिज्ञासा को ज़रा विस्तार दें. इसे रंग से आगे ले चलें. इसे शर्मिंदगी से दूर, इतिहास के एक अध्याय की तरह देखें. इंसानी इवल्यूशन की कहानी में कैमरा जब दूर जाकर टिकेगा तो उसमें अंडरवियर की जर्नी कैसी दिखेगी? तो सब छोड़कर आज जानते हैं अंडरवियर की कहानी, जो शुरु हुई थी आज से 7 हज़ार साल पहले. पूरी कहानी जानने के लिए देखें पूरा वीडियो.
आसान भाषा में: अंडरवियर का रंग नहीं बल्कि इसकी पॉलिटिक्स और अर्थशास्त्र ज्यादा दिलचस्प है
हमारे पूर्वजों ने जब पहली बार रियलाइज़ किया कि जेनिटल्स को कवर करना चाहिए तो करीब 7400 साल उन्होंने लंगोटी का इस्तेमाल शुरू किया.