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शराब प्रेमियों के असली 'किंग' ललित खेतान की कहानी

आर्मी की कैंटीन हो या फिर गुरुग्राम का ठेका, शानदार सा क्लब हो या फिर हॉस्टल का कमरा, 8PM के बॉस यही भाईसाहब हैं. देश के नए शराब किंग Lalit Khaitan. इनकी कहानी पुरानी होती शराब जैसी है. इनकी कंपनी 8 हजार करोड़ रुपये के पार है. यही हैं किंग ऑफ़ गुड टाइम्स.

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किंग ऑफ़ गुड टाइम्स हैं ललित खेतान.

आन्त्रप्रेन्योरशिप का जमाना है. देश-दुनिया में नए अरबपति बन रहे हैं. इनमें यंगस्टर्स की संख्या बढ़ रही है. लेकिन साल 2024 के अप्रैल महीने में अरबपतियों की लिस्ट में 80 साल के एक भारतीय का नाम दाखिल हुआ. इस शख्स को अरबपति बनने में 29 साल ही लगे. साल 1995 में इन्होंने अपने पिता का कर्ज में डूबा बिजनेस संभाला था. और आज इनकी कंपनी एक बिलियन डॉलर (8 हजार करोड़) के पार है. ‘किंग ऑफ़ गुड टाइम्स’ यही हैं.

ना-ना वो नहीं जिनके बारे में ऐसा कहा जाता था. उन्होंने तो ऐसा कहा था, मगर ये वाक़ई में किंग ऑफ़ गुड टाइम्स हैं. नाम है ललित खेतान. आर्मी की कैंटीन हो या फिर गुरुग्राम का ठेका, शानदार सा क्लब हो या फिर हॉस्टल का कमरा. 8PM के बॉस यही भाईसाहब हैं. देश के नए शराब किंग. इनकी कहानी पुरानी होती शराब जैसी है.

Radico Khaitan के चेयरमैन

ललित खेतान (Lalit Khaitan) नाम से शायद कुछ संपट नहीं पड़े इसलिए कुछ और नाम बताते हैं. 8PM whisky, Magic Moments Vodka, Contessa rum और Rampur Indian Single Malt. इनमें से कोई एक नाम तो आपने पढ़ा होगा. दिल्ली बेस्ड Radico Khaitan ऐसे कई ब्रांड्स का मालिकाना हक रखती है. शराब शब्द आते ही ऐसा लग सकता है कि इनके लिए तो सब ढक्कन खोलने और गिलास में डालकर गटक जाने जितना आसान रहा होगा. लेकिन नहीं, क्योंकि साल 1995 तक कंपनी सिर्फ बोतल बनाती थी. खाली बोतल. उसमें शराब कैसे आई उसके लिए थोड़ा और पीछे चलते हैं.

साल 1972. जब ललित खेतान के पिता G.N.Khaitan ने Rampur distillery को खरीदा. कंपनी अगले 23 सालों तक कांच की बोतलें बनाती रही. 1995 में जब परिवार में बंटवारा हुआ तो बेटे ललित को इसका हिस्सा मिला. कुल कारोबार 5 करोड़ रुपये से ऊपर नहीं था. ललित खेतान के साथ बिजनेस में एंट्री हुई उनके बेटे अभिषेक की. क्योंकि खेतान परिवार को बोतलों के उत्पादन और डिस्ट्रीब्यूशन में महारथ हासिल थी तो उन्होंने शराब कारोबार में उतरने का मन बनाया.

1998 में आई 8PM whisky एक किफायती प्रोडक्ट था. इसके नाम और विज्ञापन ने आते ही धूम मचा दी. इसके बाद वोदका सेगमेंट में Magic Moments और रम में Contessa बाज़ार में आई. इसके बाद की कहानी बताने की जरूरत नहीं. Indian Made Foreign Liquor (IMFL) में Radico Khaitan का कोई सानी नहीं. Rampur Indian Single Malt और Jaisalmer luxury craft gin जैसे प्रोडक्ट तो दुनिया भर से तारीफ और अवॉर्ड बटोर चुके हैं.

अरबपति ललित

Mayo College, Ajmer से लेकर St. Xavier’s College, Kolkata और Harvard जैसे प्रसिद्ध और प्रतिष्ठित संस्थानों से पढ़े ललित ने अपनी कारोबारी समझ से परिवार के बिजनेस को 5 करोड़ से 5 हजार करोड़ रुपये तक पहुंचा दिया. साल 2023 में उनकी कंपनी के शेयरों में 50 फीसदी का उछाल आया. नतीजतन, अब उनके नाम के आगे अरबपति शराब व्यापारी का तमगा भी लग चुका है. देश में जहां हमेशा से 100 साल से भी ज्यादा पुराने विदेशी ब्रांड्स का जलवा रहा है, ऐसे में 29 साल पुराने ब्रांड के लिए ‘चीयर्स’ तो बनता है.

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