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IAS डीके रवि कौन थे? जिनकी मौत को लेकर IPS ने महिला IAS पर गंभीर आरोप लगा दिए हैं

सोशल मीडिया पर दो महिला अधिकारी ऐसी भिड़ गईं, एक-दूसरे के राज खोल डाले!

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(बाएं से दाएं) IPS डी रूपा मौदगिल, डीके रवि और IAS रोहिणी सिंदूरी (फाइल फोटो- आजतक)

कर्नाटक की ब्यूरोक्रैट लॉबी में तनाव की खबर है. IPS अफसर डी रूपा मौदगिल और IAS अफसर रोहिणी सिंदूरी ने एक-दूसरे के खिलाफ़ भ्रष्टाचार और अन्य अधिकारियों को निजी तस्वीरें भेजने के आरोप लगाए हैं.

शनिवार, 18 फरवरी को डी रूपा ने रोहिणी के खिलाफ 19 आरोप लगाए. इसमें भूमि रिकॉर्ड विभाग में अपने अधिकार का ग़लत इस्तेमाल करने, रियल स्टेट में परिवारवाद, अघोषित संपत्ति और IAS अधिकारी डीके रवि की रहस्यमई मौत में उनकी भूमिका जैसे आरोप शामिल हैं.

34 साल के IAS की रहस्यमई मौत

डीके रवि. 2009 बैच के IAS अधिकारी थे. रवि को एक ईमानदार अफसर माना जाता था. कोलार में अपनी पोस्टिंग के दौरान उन्होंने रेत माफिया के खिलाफ कार्रवाई की. इसके बाद उन्हें बेंगलुरु ट्रांसफर कर दिया गया, जहां उन्होंने वाणिज्यिक करों के लिए अतिरिक्त आयुक्त के रूप में काम किया.

16 मार्च, 2015 की शाम. रवि अपने बेंगलुरु के अपार्टमेंट के अंदर मृत पाए गए. UPSC में रैंक-34 पाने वाले 34 साल के रवि का शरीर पंखे से लटका हुआ मिला. पुलिस ने शुरू में कहा कि प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का लग रहा है. फिर भी रवि की मौत पर जमकर बयानबाजी हुई. कर्नाटक में कोलार, मांड्या और तुमकुरु बेल्ट में खूब विरोध प्रदर्शन भी हुए. प्रदर्शनों में यही बात सामने आई थी कि माफियाओं और ताकतवर लॉबीज़ से उलझने की वजह से ही उन्होंने दबाव में आकर ख़ुदकुशी कर ली. रवि का केस शुरू में कर्नाटक आपराधिक जांच विभाग ही संभाल रहा था. लेकिन, रवि के परिवार, दोस्तों और समर्थकों के दबाव और विपक्षी पार्टियों की मांग के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने केस CBI को सौंप दिया.

रवि की मौत के एक हफ़्ते बाद CBI को मामला सौंपा गया था और दो महीने बाद जांच एजेंसी ने रिपोर्ट दी कि रवि एक अनुचित रियल-स्टेट डील में शामिल थे. ब्यूरो ने जानकारी दी कि रवि और उसके एक साथी ने 50 एकड़ ज़मीन खरीदने के लिए पैसे उधार लिए थे, ताकि वो अपना ख़ुद का रियल-स्टेट बिज़नेस शुरू कर सकें. हालांकि, ये बिज़नेस कभी शुरू नहीं हुआ क्योंकि जिस ज़मीन का सौदा हुआ था, उसे मंज़ूरी नहीं मिली. CBI ने तब कहा था कि इस विफल सौदे के पैसे वापस न कर पाने की वजह से रवि ने आत्महत्या कर ली. हालांकि, 20 महीने की जांच के बाद CBI ने जांच की अंतिम रिपोर्ट पेश की और उस रिपोर्ट में कहा कि रवि ने व्यक्तिगत कारणों से ख़ुद की जान ली थी और उन पर कोई बाहरी दबाव नहीं था.

IAS डीके रवि की मौत में IAS सिंदूरी की क्या भूमिका है?

जांच के दौरान एक मुद्दा और उठा था. रवि और एक महिला IAS अधिकारी का प्रेम-प्रसंग. ऐसी ख़बरें सामने आई थीं कि रवि ने एक महिला IAS को कई मेसेजेज़ भेजे थे. और ये एक-तरफ़ा प्रेम संबंध था. ख़बरें बनने लगीं कि एकतरफ़ा प्रेम के दुख ने रवि को आत्महत्या के लिए बेबस कर दिया गया. बात मीडिया में कैसे आई? इस बात के लिए कर्नाटक हाईकोर्ट ने स्टेट पुलिस और CID की फटकार लगाई. कोर्ट ने कहा था कि जांच एजेंसी के पास से सबूत मीडिया में कैसे चले गए? पुलिस ने मीडिया से कहा था कि मेसेजेज़ की बात से लोगों ने ख़ुद आगे की कहानी बना ली.

अब इस IAS बनाम IPS मामले में भी ये मुद्दा उठ गया है. IPS डी रूपा ने अपने इल्ज़ामात में दावा किया है कि IAS सिंदूरी उन्हें ब्लॉक कर सकती थीं, लेकिन उन्होंने नहीं किया.

लिखा,

"दिवंगत IAS अधिकारी डीके रवि एक सज्जन व्यक्ति थे. CBI की रिपोर्ट में उनकी चैट का जिक्र है. जैसे ही चीज़ें नियंत्रण से बाहर हो गईं, सिंदूरी उन्हें ब्लॉक कर सकती थीं. उन्होंने उन्हें स्थायी रूप से ब्लॉक नहीं किया था, और कई अन्य लोगों को लगता है कि उन्हें ब्लॉक नहीं करना उन्हें आगे बढ़ने का बढ़ावा देता रहा."

आगे कर्नाटक के इस हाई प्रोफाइल मामले में जो भी अपडेट आएंगे, हम आपको बताते रहेंगे.

वीडियो: IPS डी रूपा और IAS रोहिणी सिंधुरी की तगड़ी रार, बड़े अधिकारियों को निजी तस्वीरें भेजने की बात कही